आपको बता दें कि जीयनपुर कोतवाली के जमीन हरखोरी गांव के लडिया पुरवा निवासी नरसिंह यादव ( 65 वर्ष) सेवानिवृत सिपाही थे। सोमवार को वह अपने मकान के सामने बहने वाली नाली की सफाई कर रहे थे। उसी दौरान उनकी अपने पड़ोसी बलजीत यादव से कहा सुनी हो गई। मामला बढ़ता हुआ देख कर कुछ लोगों ने हस्तक्षेप करते हुए मामले को रफा दफा करवा दिया।
परिजनों का आरोप है कि बलजीत यादव रात के 10 बजे अपने बेटों को लेकर नरसिंह यादव के घर के बरामदे में सो रहे उनके बेटे को बाहर खींच कर मारने लगे। अपने बेटे को बचाने के लिए नरसिंह यादव भी बाहर दौड़े,इस बीच हमलावरों ने ईंट पत्थर ले कर उनपर हमला कर दिया। इस हमले से बाप बेटे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए।
परिजनों ने दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया,जहां इलाज के दौरान नरसिंह यादव ने दम तोड दिया।
सूचना पर जीयनपुर थाने के सीओ पुलिस के साथ घटना स्थल पर पहुंच गए,और शव को कब्जे में ले कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि इससे नरसिंह यादव के घर चल रही शादी की खुशियां मातम में बदल गईं हैं।