नमामि गंगे परियोजना के तहत मुरादाबाद में रामगंगा सीवरेज योजना एक बड़ा परिवर्तन लेकर आई है। यहां 330.05 करोड़ रुपये की लागत से 13 नालों को नदी में गिरने से रोका गया है। इसके साथ 58 एमएलडी का अत्याधुनिक एसटीपी भी बनकर तैयार हो चुका है। मिर्जापुर के चुनार नगर में 2.70 करोड़ की लागत से 10 केएलडी का एक एफएसटीपी बनाया गया है।
वहीं, फिरोजाबाद में 51.06 करोड़ रुपये की लागत से 02 बड़े नालों को आईएंडडी विधि से टैप किया गया है। कासगंज में 76.73 करोड़ रुपये की लागत से 02 नालों को टैप करने के साथ-साथ 58 एमएलडी एसटीपी का निर्माण कार्य पूरा करा लिया गया है। नदियों की सफाई के लिए सरकार की ओर से तेजी से किये गये कार्यों से बड़ा बदलाव आया है।
सीवरेज ट्रीटमेंट की नई विधियों का प्रयोग काफी कारगर साबित हुआ है। इन ट्रीटमेंट प्लांटों से नालों का गंदा पानी शुद्ध होने के बाद नदियों में छोड़ा जाता है। इससे नदियों में प्रदूषण की मात्रा कम हुई है। मशीनों और नांवों के माध्यम से नदियों से गाद की सफाई करने का कार्य भी तेजी से किया जा रहा है।