प्राथमिकी के मुताबिक, नाबालिग को दिल्ली में जबरन पीटा गया और देह व्यापार में धकेला गया। जब युवती ने वेश्यावृत्ति की बोली का विरोध किया तो एक युवक ने उसके साथ बार-बार बलात्कार किया। पीड़िता ने किसी तरह अपनी मां को अपने ठिकाने के बारे में बताया, जो उसे आरोपियों के चंगुल से छुड़ाने में सफल रही।
जिला पुलिस प्रमुख के आदेश के बाद तीन व्यक्तियों के खिलाफ आईपीसी, एससी/एसटी अधिनियम और पॉक्सो अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। आरोप यह भी है कि लड़की को पांच दिनों तक थाने में बैठाया गया।
पुलिस के अनुसार, दो लोग उसे दिल्ली ले गए थे, जबकि लड़की को तीसरे को सौंपा गया। पुलिस ने कहा कि लड़की का मेडिकल परीक्षण कराया गया है और उसका बयान दर्ज कर लिया गया है।