ये है मामला पीडब्ल्यूडी के मथुरा कलेक्ट्रेट स्थित प्रांतीय कार्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नाम की पट्टिकाओं पर कालिख पोत दी गई। प्रांतीय कार्यालय के एक कमरे में रखी इन शिलापट्टिका पर पुती कालिख को जब मीडिया ने कवर किया तो कार्यालय में हड़कम्प मच गया। इतना ही नहीं सूत्रों के अनुसार चंद दिनों पूर्व इन सिलापट्टिकाओं को खुर्द बुर्द करने का भी काम किया गया था। अखिलेश सरकार ने मथुरा में करोड़ों की लागत से विकास के तमाम कार्य किए कराए थे। मथुरा क्षेत्र के साथ वृंदावन और गोवर्धन की तमाम सड़कों के प्रस्ताव भी पास किए गए, जिनकी दशकों से उपेक्षा की जाती रही। सपा सरकार के जाने के बाद लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड कार्यालय के कुछ स्वयंभू अधिकारी योगी सरकार में अपनी पैठ बनाने के लिए पुरानी सरकार के कार्यों पर कालिख पोतने का काम कर रहे हैं। मथुरा के प्रांतीय खंड कार्यालय पर अवर अभियंता कार्यालय का पुराना कमरा ऐसे अधिकारियों की कारगुजारियों का नमूना बना हुआ है। सूत्रों के अनुसार इस कमरे में अखिलेश यादव के नाम की शिला पट्टिकाओं को हाल ही में काले रंग से पोत दिया गया और इसकी खबर किसी को न हो इसके लिए कमरे का ताला भी लगा दिया। बताते हैं कि कुछ दिनों पूर्व एक अधिकारी का निजी ड्राइवर सिला पट्टिकाओं को खुर्द बुर्द करने के लिए रात्रि को गाड़ी लेकर पहुंचा था, जिसे ड्यूटी पर तैनात चौकीदार देवेंद्र ने पूरा नहीं होने दिया। इस बारे में जब एक्सईएन लोक निर्माण विभाग से बात की तो वह बगलें झांकते हुए मामले से अंजान बनते रहे।
सपा कार्यकर्ताओं में आक्रोश सपा की अखिलेश सरकार के विकाश कार्यों की शिलापट्टिका पर कालिख पोतने का मामला सामने आने के बाद सपा कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया। सपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि अगर यह शिलापट्टिका नहीं लगी तो आंदोलन किया जाएगा। सपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि भाजपा सरकार विकास विरोधी है, वह केवल हिन्दू मुस्लिम को लड़वाने का काम करवाती है ।
एक्सईएन की सफाई वहीं एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी मथुरा एसके वर्मा का कहना है किसने बनवाया हमारी जनकारी में नहीं है। मैं इसके बारे में जानकारी करके ही बता पाऊंगा।