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मथुरा मामला : विवादित स्थल पर सबूतों से छेड़छाड़ की आशंका, हिंदू पक्ष ने की CCTV कैमरे लगाने की मांग याचिका में यह मांग श्रीकृष्ण विराजमान की कुल 13.37 एकड़ जमीन में से करीब 11 एकड़ जमीन पर श्रीकृष्ण जन्मस्थान स्थापित है। जबकि शाही ईदगाह मस्जिद 2.37 एकड़ जमीन पर बनी है। इस 2.37 एकड़ जमीन को मुक्त कराकर श्रीकृष्ण जन्मस्थान में शामिल किया जाएग।
केशवदेव मंदिर की जमीन पर ईदगाह याचिका में कहा गया है कि ईदगाह का निर्माण केशवदेव मंदिर की जमीन पर किया गया जो भगवान कृष्ण का जन्मस्थान है। इसलिए इसमें संस्थान को समझौता करने का अधिकार नहीं है। जमीन ठाकुर विराजमान केशव कटरा मंदिर के नाम से है।
रंजना अग्निहोत्री ने खुद को बताया श्रीकृष्ण की सखी
याचिकाकर्ता एडवोकेट रंजना अग्निहोत्री ने इस याचिका को सितम्बर 2020 में भगवान श्रीकृष्ण की सखी के तौर पर दाखिल किया था। तब सिविल कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया था। बाद में इसी मामले में करीब डेढ़ साल से सुनवाई चल रही थी।
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WWE से सुर्खियों में आए रिंकू सिंह राजपूत उर्फ वीर महान का UP से है खास नाता, जानें उनसे जुड़ी बातें यह है याचिकाकर्ता एडवोकेट रंजना अग्निहोत्री, हरि शंकर जैन, विष्णु जैन सहित छह लोग याचिका में शामिल हैं।
यह हैं वाद में विपक्षी इस वाद में सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड, ट्रस्ट मस्जिद ईदगाह, श्रीकृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट और श्रीकृष्ण जन्मभूमि सेवा संस्थान को विपक्षी बनाया गया है। विवादित स्थल पर सीसीटीवी लगाने की मांग
इस याचिका के अलावा शाही ईदगाह का सर्वे एसआई द्वारा कराए जाने की मांग को लेकर मनीष यादव ने सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में प्रार्थना पत्र दिया है। याचिका में कहा गया है कि जिस ईदगाह में नमाज अदा की जाती है वह असली भगवान श्री कृष्ण का गर्भगृह है। प्रतिवादी पक्ष इस साक्ष्य को मिटा रहे हैं। अदालत ने इस मामले में सुनवाई की अगली तारीख 1 जुलाई तय की है। इससे पूर्व भी मथुरा की शाही ईदगाह में सर्वे, वीडियोग्राफी और सुरक्षा अधिकारी नियुक्त करने को लेकर याचिकाएं लगी हुई है। इन सभी मामलों पर न्यायालय ने 1 जुलाई को सुनवाई करेगा।
मामले में अब तक 10 वाद हो चुके हैं दायर मथुरा श्री कृष्ण जन्मभूमि मालिकाना के मामले में अब तक 10 वाद दायर किए जा चुके हैं। मथुरा की अदालत में 25 सितंबर 2020 को श्रीकृष्ण विराजमान वाद दायर किया गया था। इस वाद में अब तक 20 महीने में 19 बार सुनवाई हो सकी है।