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भारत में चांदी की कीमत में जबरदस्त तेजी
शुरुआत भारत से करें तो भारतीय वायदा बाजार में चांदी की कीमत में 6 फीसदी से ज्यादा की तेजी दिखाई दे रही है। दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर चांदी की कीमत 3673 रुपए की तेजी के साथ 61015 रुपए प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रही है। जबकि कारोबारी सत्र के दौरान चांदी की कीमत 61280 रुपए के स्तर पर पहुंची थी। दो दिनों में चांदी की कीमत में 7 हजार रुपए प्रति किलोग्राम से ज्यादा की तेजी देखने को मिल चुकी है। अगर बात अप्रैल से करें तो चांदी की कीमत में 50 फीसदी से ज्यादा का इजाफा हो चुका हैै। अप्रैल के महीने के चांदी के औसतन दाम 41390 रुपए प्रति किलोग्राम थे। वहीं बात मार्च से करें तो इस महीने में चांदी का उच्चतम स्तर 47870 रुपए प्रति किलोग्राम था। कोरोना वायरस लॉकडाउन के बाद दाम 33580 रुपए प्रति किलोग्राम के न्यूनतम स्तर पर आ गया। जिसके बाद अब तक चांदी के दाम में 95 फीसदी से ज्यादा का इजाफा देखने को मिल चुका है।
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अप्रैल से अब तक कुछ इस तरह से बढ़े हैं दाम
अगर अप्रैल के महीने से करें तो पूर्ण लॉकडाउन की शुरुआत हो चुकी थी। जिसकी वजह से चांदी की कीमत में 3.71 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है। मई में चांदी की कीमत में और ज्यादा उछाल देखने को मिला। आंकड़ों के अनुसार मई के महीने में चांदी 22.27 फीसदी उछली। उस महीने सोने की कीमत में सोने की कीमत में तेज उछाल देखने को मिला था। कई निवेशकों की जब से बाहर होने के कारण चांदी की ओर रुख किया था। जून के महीने में अनलॉक 1 की शुरुआत हुई और भारत समेत दुनियाभर के शेयर बाजारों में तेजी का रुख रहा। वहीं दूसरी ओर रुपए के मुकाबले डॉलर के तेज रहने के कारण चांदी में ज्यादा इजाफा देखने को नहीं मिला।या कहें कि 0.50 फीसदी की तेजी के साथ सपाट रहा। बात जुलाई की करें तो अब तक चांदी की कीमतों में 22 फीसदी की तेजी देखने को मिल चुकी है। जानकारों की मानें तो जुलाई के महीने के आंकड़ें में इजाफा देखने को मिल सकता है।
विदेशी बाजारों में चांदी की कीमत में इजाफा
सिर्फ भारतीय बाजारों में ही नहीं बल्कि विदेशी बाजारों में भी सोने के दाम में इजाफा देखने को मिला है। मौजूदा समय में कॉमेक्स बाजार में चांदी 6 फीसदी की तेजी के साथ करीब 22.84 डॉलर प्रति ओंस पर है। वहीं लंदन के बाजारों में भी चांदी 5.36 फीसदी की बढ़त के साथ 17.63 पाउंड प्रति ओंस पर कारोबार कर रही है। वहीं दूसरी ओर यूरोपीय बाजारों में चांदी की कीमत 5 फीसदी की बढ़त के साथ 19.42 यूरो प्रति ओंस पर कारोबार कर रही है। जानकारों की मानें तो विदेशों में कोरोना वायरस की संख्या और मौतों की वजह से 250 से ज्यादा सिल्वर माइनिंग ठप हो गई हैं। जिसकी वजह से विदेशी बाजारों में चांदी की कीमत में जबरदस्त इजाफा देखने को मिला है। जिसका असर भारत में भी देखने को मिल रहा है।
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चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी की असल वजहें
– जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के अनुसार दुनियाभर में 14.5 मिलियन कोरोना केसों में इजाफा हुआ है और 6 लाख लोगों की मौत हुई है।
– एसएंडपी की रिपोर्ट के अनुसार दुनियाभर की 275 सिल्वर माइिनंग ठप हो गई हैं।
– लैटिन अमरीका दुनिया में सबसे ज्यादा चांदी प्रोड्यूस करता है, जहां की स्थिति बेहद खराब हो चुकी है। मैक्सिको कोरोना के मामले में इटली को पछाड़ चुका है।
– दुनियाभर की इकोनॉमी क्राइसिस में चल रही है। अमरीका और चीन के बीच भी टेंशन बढ़ रहा है। ऐसे में चांदी की ओर से निवेशकों का रुझान हैै।
– आने वाले दिनों में न्यूयॉर्क में चांदी की कीमत 20.77 डॉलर प्रति ओंस तक जा सकती है।
– गोल्ड सिल्वर रेश्यो में करेक्शन देखने को मिल रहा है। फरवरी में यह रेश्यो 90 के स्तर तक आ गया था।
– वैश्विक स्तर पर चांदी की ईटीएफ होल्डिंग में 21 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है।
– सोलर पैनल, और दूसरी मैन्युफैक्चरिंग डिमांड आने की वजह से चांदी की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है।
– सिटी ग्रुप की रिपोर्ट के अनुसार दिसंबर 2020 तक चांदी की कीमत 25 डॉलर प्रति ओंस जा सकती है।
– मॉर्गन स्टानले के अनुसार चांदी की कीमतों में और इजाफा देखने को मिल सकता है।
– गोल्डमैन शैक्स का कहना है कि चांदी की डिमांड में लगातार इजाफा क्योंकि सोना अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है।
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दीपावली से पहले टूट सकता है 75 हजार का रिकॉर्ड
केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया के अनुसार दुनियाभर की माइनिंग में काम ठप होने की वजह से चांदी की कीमतों में जबरदस्त तेजी आई है। यह तेजी आने वाले दिनों में भी बने रहने की संभावना है। इसका कारण है ग्लोबल डिमांड बढऩा। कोरोना वायरस की वजह से माइनिंग में प्रोडक्शन कम हो रहा है और डिमांड बढ़ रही है। ऐसे में चांदी के दाम में और इजाफा देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि अगर ग्लोबल और स्थानीय सेंटीमेंट चांदी को लेकर ऐसे ही रहे तो दीपावली से पहले चांदी के दाम 75 हजार के स्तर को पार कर सकते हैं, जो अबब तक का रिकॉर्ड स्तर है।
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भारत में बढ़ती रिचुअल्स डिमांड
वहीं दूसरी ओर भारत में इंडस्ट्रीयल डिमांड के साथ रिचुअल्स डिमांड में भी बदलाव देखने को मिला है। जियका असर आने वाले दिनों में काफी देखने को मिल सकता है। एजेंल ग्रुप के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट कमोडिटी एंड रिसर्च अनुज गुप्ता के अनुसार हाल के दिनों में कोरोना वायरस के दिनों के देश की आम जनता के व्यवहार में बदलाव देखने को मिला है। खासकर शादियों में 50 लोगों की गैदरिंग की वजह से चांदी के वेडिंग कार्ड और चांदी के मोमेंटो देने का चल न बढ़ गया है। उन्होंने आगे कहा कि आने वाले फेस्टिव सीजन खासकर दीपावली पर मिठाई, ड्राइफ्रूट और बाकी खाने-पीने के गिफ्ट पैक आइटम्स की डिमांड काफी कम होगी। उनकी जगह जगह चांदी के गिफ्ट आइटम्स और ड्यूरेबल्स की डिमांड होने के कारण कीमतों में इजाफा होने के चांस हैं।
सोना पहली बार 50 हजार रुपए के पार
वहीं दूसरी ओर सोने की कीमत ने भी वायदा बाजार में 50 हजार रुपए प्रति दस ग्राम का नया रिकॉर्ड बनाया। एमसीएक्स पर सोने के अगस्त वायदा अनुबंध में पिछले सत्र से 513 रुपए यानी 1.04 फीसदी की तेजी के साथ 50,040 रुपए प्रति 10 ग्राम पर कारोबार चल रहा था, जबकि इससे पहले सोने का भाव एमसीएक्स पर 50,085 रुपए प्रति 10 ग्राम तक उछला, जोकि सोने के भाव का एक नया रिकॉर्ड उंचा स्तर है। वहीं बात न्यूयॉर्क के कॉमेक्स बाजार की करें तो कॉमेक्स पर सोने के अगस्त वायदा अनुबंध में पिछले सत्र से 16.25 डॉलर यानी 0.88 फीसदी की तेजी के साथ 1860.15 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था, जबकि इससे पहले सोने का भाव कारोबार के दौरान 1866.75 डॉलर प्रति औंस तक उछला।