जिले के शामगढ़ तहसील के ग्राम कुरावन में गत देर रात दो सगे भाइयों की जहरीले जानवर के काटने से मृत्यु हो गई। सोमवार को सुबह गांव में जिसने भी खबर सुनी वह स्तब्ध रह गया। पूरे गांव में मातम छा गया। सोमवार को पुलिस ने दोनों शवों का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंपे। पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है। दोनों भाईयों के शवों को जैसे ही गांव लाया गया। हर व्यक्ति की आंखों में आंसू आ गए। माता-पिता का रो-रो कर बुरा हाल था।
जानकारी के अनुसार गांव कुरावन में डूंगरखेड़ी रोड पर जगदीश राठौर का घर है। जगदीश और उसकी पत्नी जमीन पर सो रहे थे और दोनों बच्चे पीयूष पिता जगदीश राठौर उम्र 10 वर्ष एवं छोटे बेटे हेमंत पिता जगदीश राठौर उम्र 8 वर्ष पलंग पर सो रहे थे। रात को करीब डेढ़ बजे दोनों बच्चों के रोने की आवाज आई। तो माता-पिता दोनों उठ गए। और दोनों बच्चों से पूछा कि क्या हुआ। तो दोनों बच्चों ने पिता को कहा कि किसी ने काटा है। कमरे की लाइट बंद थी तो किस ने काटा यह नजर नहीं आया। इसके बाद दोनों बच्चों को साठखेड़ा मंदिर ले गए। यहां के बाद दोनों बच्चों को गरोठ सिविल अस्पताल ले गए।
दोनों बच्चों को गरोठ सिविल अस्पताल ले गए। यहां पर उपचार के दौरान बड़े बेटे पीयूष की मौत हो गई। इसके बाद छोटे बेटे हेमंत का स्वास्थ्य अधिक बिगड़ने लगा तो उसे रैफर किया गया। परिजन उसे भवानी मंडी ले जा रहे थे कि रास्ते में गुराडिया जोगा गांव के पास छोटे बेटे की भी मौत हो गई। दोनों भाईयों के शव सिविल अस्पताल में रखे गए। पुलिस ने मर्ग कायम किया। सोमवार सुबह देानों शवों का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंपे। दोनों भाई गांव के स्कूल में पढ़ते थे। पीयूष छठी कक्षा और हेमंत चौथी कक्षा में पढ़ता था। दोनों की अचानक मृत्यु के चलते सारे गांव में मातम छा गया।