गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सपरिवार दो दिवसीय प्रवास पर कान्हा नेशनल पार्क के मुक्की जोन पहुंचे है। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार सायंकालीन सफारी में कान्हा टायगर रिजर्व का भ्रमण किया था। बारासिंघा एवं अन्य वन्यप्राणियों के रहवास प्रबंधन का अवलोकन करते हुए प्रबंधन के मुख्य बिंदुओं पर चर्चा की गई। बारासिंघा संरक्षण के प्रयास की सराहना भी की। शनिवार को सुबह की पाली से सफारी के दौरान मुक्की जोन के सारंगपुर तालाब क्षेत्र में बाघ के दीदार का मौका मिला। बताया जा रहा है कि, लंबे समय से बाघ के दीदार में सफारी कर रहे सीएम और उनके परिवार के सामने जैसे ही बाघ आया तो वो सभी एक दूसरे से इसकी खुशी जाहिर करते दिखे।
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स्थानीय लोगों का बढ़ेगा पर्यटन में रोजगार
बता दें कि, दो दिवसीय प्रवास के समय मुख्यमंत्री द्वारा कर्मचारियों एवं अधिकारियों से प्रबंधन एवं उनकी सेवा संबंधी जरूरत पर चर्चा की। केटीआर के क्षेत्र संचालक एसके सिंह ने कान्हा से पर्यटन क्षेत्र में रोजगार की उपलब्धता के साथ प्रबंधन के माध्यम से स्थानीय जनता को रोजगार उपलब्ध कराने की जानकारी दी। प्रबंधन की कठिनाइयों और कर्मचारियों के विशेष वेतन के प्रावधान का अनुरोध किया।
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वामपंथी आंदोलन पर कार्रवाई के संकेत
वामपंथी आंदोलन के कान्हा क्षेत्र में फैलाव पर मुख्यमंत्री ने शीघ्रता से प्रभावी कदम उठाने के संकेत दिए। कान्हा भ्रमण के अंतिम चरण में मुक्की प्रवेश द्वार टिकट काऊंटर परिसर में आम, जामुन, आंवला एवं अमरूद के पौधों का रोपण किया गया। उनकी पत्नी साधना सिंह और बेटे ने भी पौधरोपण किया। इस दौरान कान्हा टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक, उप संचालक कोर, उप संचालक बफर, पुलिस अधीक्षक बालाघाट, कमांडेंट हागफोर्स एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।