परिवार नियोजन शिविर में पुरूष नहीं दिखा रहे रूचि, दो ब्लाक में 12 पंजीयन
प्रोत्साहन राशि बढऩे के बाद पुरूष पीछे
परिवार नियोजन शिविर में पुरूष नहीं दिखा रहे रूचि, दो ब्लाक में 12 पंजीयन
परिवार नियोजन शिविर में पुरूष नहीं दिखा रहे रूचि, दो ब्लाक में 12 पंजीयन
मंडला. बढ़ती जनसंख्या और महंगाई के इस दौर में अपने परिवार की जिम्मेदारी को लेकर चलने वाले पुरुषों में नसबंदी को लेकर रुचि नहीं दिख रही है। जिले में महिलाओं के मुकाबले पुरुष नसबंदी के लिए जागरूक नहीं है और ना ही वे अस्पतालों तक नसबंदी कराने पहुंच रहे हैं। जबकि नसबंदी में महिलाओं को पुरूषो से ज्यादा परेशानी होती है जिसकी जानकारी पुरुषों को भी है बावजूद इसके वे आगे नहीं आ रहे हैं।
बता दे कि जिले के पुरूष परिवार नियोजन में खास रुचि नहीं दिखा रहे हैं। इसकी बानगी शनिवार को जिले के विकासखंड बिछिया और मवई से शुरू हुए पुरुष नसबंदी शिविर में देखने को मिली। जहां नसबंदी पखवाड़ा कार्यक्रम के तहत लगे शिविर में बिछिया में महज 10 पुरुष और मवई 02 पुरूषों ने नसबंदी कराई। जबकि स्वास्थ्य विभाग जागरूकता कार्यक्रम चलाकर पुरूषों को नसबंदी कराने जागरूक कर रहा है। आयोजित शिविर 04 दिसंबर तक जिले के सभी विकासखंडों में आयोजित किए जाएंगे।
परिवार कल्याण नोडल ऑफीसर डॉ. आरके पीपरे ने बताया कि पुरुष नसबंदी ऑपरेशन पखवाडे का मुख्य उद्देश्य है कि महिलाओं के साथ पुरुष की भागीदारी आवश्यक है, जिसका मुख्य थीम है, पुरूषो ने परिवार नियोजन अपनाया, सुखी परिवार का आधार बनाया। पुरुष नसबंदी एक सरल पद्धिती से की जाती है जिसे बिना चीरा, बिना टाँका पुरूष नसंबदी ऑपरेशन कहते हैं। आपरेशन कराने वाले पुरुषों को सरकार के द्वारा क्षति पूर्ति प्रोत्साहन के रूप में तीन हजार रूपये एवं प्रेरक को 400 रूपये दिये जाते हैं। जिले में पुरुष नसंबदी शिविर का आयोजन संस्थावार शुरू किया गया है।
ब्लाक स्तर पर शुरू हुआ शिविर :
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. श्रीनाथ सिंह ने बताया कि नसबंदी पखवाड़े के अंतर्गत नसबंदी शिविर की शुरूआत बिछिया और मवई सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से हुई है। 29 नबंवर को सामुदायिक स्वास्थ केंद्र मोहगांव में शिविर आयोजित किया गया। घुघरी, 03 दिसंबर को सामुदायिक स्वास्थ केंद्र नारायणगंज बीजाड़ाडी, निवास और 04 दिसंबर को सामुदायिक स्वास्थ केंद्र बम्हनी, नैनपुर जिला चिकिसालय मंडला में आवकाश के दिनों को छोड़ कर प्रतिदिन पुरूष नसबंदी ऑपरेशन डॉ. सुनील यादव सर्जन के द्वारा किया जाएगा।
हितग्राही और प्रेरकों की बढ़ी प्रोत्साहन राशि :
सीएमएचओ डॉ. श्रीनाथ सिंह ने बताया कि भारत सरकार द्वारा मिशन परिवार विकास जिले में 10 नवम्बर से लागू किया गया है। जिसका मुख्य उद्देश्य जिले में परिवार कल्याण की समस्त सेवाओं को सघन रूप से चलाना, मिशन परिवार विकास के माध्यम से गर्भ निरोधक और परिवार कल्याण की सेवाओं की पहुंच को अधिक से अधिक बढ़ाना, जिसका सकारात्मक प्रभाव जिले के विकास पर पड़ेगा, जिससे जिले में मातृ मत्यु दर एवं शिशु मृत्यु दर में कमी आयेगी। स्थायीय और अस्थायी विधि अपनाने पर हितग्राही व प्रेरक को प्रोत्साहन राशी दी जाएगी। इन्हें मिलने वाली प्रोत्साहन राशि में भी बढ़ोत्तरी की गई है। जिसमें पुरुष नसबंदी हितग्राही को तीन हजार रूपए एवं प्रेरक को 400 रूपए दिए जाएंगे। वहीं महिला नसबंदी हितग्राही को दो हजार रूपए व प्रेरक को 300 दिए जाएंगे। प्रसवोत्तर महिला नसबंदी, प्रसव के सात दिवस के अंदर हितग्राही को तीन हजार रूपए एवं प्रेरक को 400, पीपीआईयूसीडी हितग्राही को 300 व प्रेरक को 150, सेवा प्रदाता को 150 पीएआईयूसीडी हितग्राही को 300 एवं प्रेरक को 150 और सेवा प्रदाता को 150 अंतरा इंजेक्शन हितग्राही को 100 और प्रेरक को 100 दिए जाएंगे।
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