उन्होंने अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि जो बेटियां 75 से अधिक अंक पाकर सफल हो रही हैं। उनके विवाह के लिए जल्दबाजी ना करें। उन्हें अपनी मंजिल पा लेंगे उसके बाद विवाह कराएं। युवकों को सभी कार्यों में निपुण रहने के लिए प्रेरित किया। कहा कि सीखना अच्छी बात है हमेशा सीखते रहें। उन्होंने कहा कि समाज को नशामुक्त बनाने कार्य किया जा रहा है। जो जुआ, सट्टा और नशे का आदि हो ऐसे युवकों को अपनी बेटी ना दें। जैसे बेटी नहीं बचाओगे तो बहू कहां से लाओगे? का नारा दिया जाता है। वैसे ही हमें समझना होगा कि बेटा नहीं बचाओगे तो बहू किसके लिए लाओगे? सभी को मिलकर नशा मुक्त और शिक्षित समाज बनाने का कार्य करना होगा।
छू लो आसमान किसने रोका है संचालिका साक्षी लिल्हारे ने नवोदय विद्यालय में चयन के लिए बच्चों को दी जा रही नि:शुल्क कोचिंग के लिए आलोक की सराहना की। उन्होंने कहा बच्चों को प्रतियोगी परीक्षा के लिए सोशल मीडिया, मोबाइल एप, वीडियो के माध्यम से तैयारी कराई जा रही है। जिसका सभी बच्चे लाभ उठाएं।