अध्यापकों का आरोप है कि सरकार द्वारा हर बार उन्हें खाली आश्वासन दिए जा रहे है। मुख्यमंत्री ने स्वयं मंच से अप्रैल माह में आदेश जारी करने की बात कही थी किंतु 3 सप्ताह व्यतीत हो जाने के बावजूद अब तक कोई अधिकारी या मंत्री यह बताने को तैयार नहीं है कि आदेश कब तक जारी होंगे।
आजाद अध्यापक संघ के जिला अध्यक्ष संतोष सोनी ने बताया कि 21 जनवरी को मुख्यमंत्री ने आवास में बुलाकर मुख्यमंत्री ने अध्यापकों का शिक्षा विभाग में संविलियन करने की घोषणा की थी। तब से चार माह गुजर चुके है। अभी तक आदेश जारी नही किये गए। इससे स्पष्ट होता है कि या तो सरकार अध्यापकों को कोरे आश्वासन दे रही है या अधिकारी मुख्यमंत्री की घोषणा को तवज्जो नहीं देते।
संतोष सोनी ने बताया कि लगातार मिल रहे कोरे आश्वासनों से अब अध्यापकों में आक्रोश है और संघ के प्रांत अध्यक्ष भरत पटेल के नेतृत्व में संघ आंदोलन की राह पकडऩे को मजबूर हो रहा है। बताया गया है कि 24 मई को बड़ी संख्या में अध्यापक भारत माता चौराहा भोपाल में धरना प्रदर्शन करने जाएंगे। उसके बावजूद भी आदेश नहीं होते तो 25 मई से अध्यापक भोपाल में लगातार प्रदर्शन करते हुए अपना अधिकार मांगेंगे।
जिले से करीब एक हजार अध्यापक आंदोलन में भाग लेने के लिए भोपाल जाएंगे। संघ के सुनील दुबे, संजीव वर्मा, दीपक कछवाहा, सागर पटेल, तुलसी बंदेवार, विपत यादव , पुष्पेन्द्र तिवारी, दिलीप शरणागत, अमित श्रीवास्तव, जयपाल झारिया, अनिल वाहने, अशोक बाजपेई, कविता विश्वकर्मा , अनीता सिंह, सीमा राजपूत, आराधना कछवाहा, मंजू लता पाठक, हेमलता पटेल, संगीता साहू, रोशनी धुर्वे, सतीश मिश्रा , दिनेश सिंगरहा, सेवन सिंह मरकाम, इंद्रेश तिवारी, शिवरतन सिंह सौयाम, अजय मरावी, जोधसिंह धुर्वे, गौरी शंकर झारिया , दुर्गेश खरे, जय बैरागी, बसंत वारेश्वा, माया राम यादव, अंसार खान, कमलेश पाठक, दिनेश कांड्रा, गणेश साहू, के डी दुबे, संजय ठाकुर, अनिल दुबे, मुकेश पाठक, अंसार खान, राजेश चौरसिया, राजेश मरावी, संजय तिवारी, मदन नंदा, आशीष झारिया, कमलेश द्विवेदी, डी डी दुबे, प्रमोद दुबे, फूलचंद नंदा, अर्जुन सरोते, रविन्द्र वरकडे, स्वप्निल तिवारी, सुरेश मरावी आदि ने जिले के अध्यापकों से अधिक से अधिक संख्या में भोपाल पहुंचने की अपील की है।