कुछ देर बाद पड़ोसियों ने देखा कि रजनी के घर के ऊपरी हिस्से पर बने कमरे से धुआं निकल रहा है। इसपर लोगों ने शोर मचाया। शोर शराबा सुन कर रजनी छत पर बने कमरे में पहुंची तो उनके होश उड़ गए। रजनी ने बताया कि यहां उन्होंने दोनों मासूम बच्चियों को आग की लपटों से घिरा देखा। इसपर वे चीखने-चिल्लाने लगीं। रजनी को चीखता देख आस पड़ोस के लोग मौके पर पहुंचे और आग बुझाई।
इसके बाद गंभीर रूप से झुलसी बच्चियों को लोगों ने जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां से दोनों मासूमों को मेडिकल कॉलेज सैफई रेफर कर दिया गया। इस दौरान रास्ते में दोनों मासूमों ने दम तोड़ दिया। हादसे की सूचना पर थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची। उधर, हादसे में बच्चियों की मौत के बाद घर में कोहराम मचा है। माता पिता व अन्य परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है। घटना के बाद से ही पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है।
-आगरा से प्रमोद कुशवाहा की रिपोर्ट