रघुराज शाक्य ने कहा, “ अखिलेश यादव उपचुनाव में प्रचार करने नहीं जाते थे। मैनपुरी में सपा के कार्यकर्ताओं से नहीं मिलते थे। अखिलेश यादव इस चुनाव में मैनपुरी के गली-गली में घूमकर वोट मांगे। उन्हें अपने बूथ एंजेटों से मिलना पड़ा। सपा के बूथ एंजेट हमें बधाई दे रहे हैं कि आपकी वजह से ही अखिलेश यादव ने हम लोगों से मुलाकात की।”
शिवपाल को शिष्य की वजह से मिला सम्मान रघुराज शाक्य ने आगे कहा, “जो काम नेता जी मुलायम सिंह नहीं कर पाए वे काम हमने कर दिया। मुलायम सिंह के जिंदा रहते चाचा भतीजे एक नहीं हो पाए। इस चुनाव में दोनों एक साथ हो गए। अब कम से कम चाचा को सम्मान मिल गया है। अगर शिवपाल मुझे शिष्य मानते हैं तो मान लें कि उन्हें इस शिष्य की वजह से ही ये सम्मान मिला है।”
सपा पर लगाए आरोप रघुराज शाक्य ने कहा कि सपा ने ग्राम प्रधानों को खरीद लिया था। प्रधानों के खातों में सीधे बैंक से पैसे ट्रांसफर किए थे और उन पर सपा को वोट दिलाने के लिए दबाव बनाया गया। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि चुनाव में हार जीत लगी रहती है। जो कमियां रह गईं, उनकी समीक्षा कर दूर करेंगे।
मेरे बूथ पर बीजेपी को मिले 454 वोट रघुराज शाक्य ने मीडिया से कहा कि लोग कह रहे हैं कि हम अपने पोलिंग बूथ पर चुनाव हार गए हैं। बता दें कि हमारे गांव का बूथ नंबर 5 धौलपुर में 577 वोट पड़े हैं। जिसमें 454 वोट बीजेपी को मिले हैं। गांव वालों ने हमारा साथ दिया है।