MP Election 2023 – कांग्रेस बीजेपी प्रत्याशियों की नाक में दम कर रहे निर्दलीय
डॉ. आंबेडकर नगर (महू) विधानसभा जिले की हॉट सीटों में शामिल है। यह इकलौती सीट है, जिसका लोकसभा क्षेत्र धार है, लेकिन विधानसभा इंदौर जिले में लगती है। सैन्य छावनी के कारण महू देशभर के नक्शे में अलग नजर आता है।
डॉ. आंबेडकर नगर (महू) विधानसभा जिले की हॉट सीटों में शामिल है
इंदौर. डॉ. आंबेडकर नगर (महू) विधानसभा जिले की हॉट सीटों में शामिल है। यह इकलौती सीट है, जिसका लोकसभा क्षेत्र धार है, लेकिन विधानसभा इंदौर जिले में लगती है। सैन्य छावनी के कारण महू देशभर के नक्शे में अलग नजर आता है।
यहां से संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर दूसरी बार भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रही हैं। कांग्रेस ने रामकिशोर शुक्ला को मैदान में उतारा है। तीन बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके अंतरसिंह दरबार ने निर्दलीय मैदान पकड़कर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है।
महू वैसे तो उपनगर है, लेकिन विकसित हो रही कॉलोनियों व टाउनशिप ने यहां की रौनक बढ़ा दी है। लगातार बस रही अवैध कॉलोनियों पर रोक नहीं है। महू विधानसभा का बड़ा हिस्सा ग्रामीण क्षेत्र वाला है और इसलिए मुद्दे अलग हैं।
उमरिया में चौपाल पर बैठे राजेंद्र सिंह, चंदर ठाकुर, प्रकाश ठाकुर, अजय तंवर, जगदीश सिंह, इंदर का कहना है कि किसान बेहाल हैं, लेकिन कोई सुध नहीं लेता है। खड़ी फसल पर पाला पड़ जाता है और बीमा होने के बाद भी मुआवजा नहींं मिलता। मुआवजा मांगो तो कहते हैं कि सभी किसानों की फसलें खराब नहीं हुई हैं, इसलिए मुआवजा नहीं दे सकते। यह कैसा न्याय हैै? महू के अंदर के गांवों तक सड़क की सुविधाजनक कनेक्टिविटी नहीं है।
कोदरिया से आगे ओडी गांव की ऐसी ही स्थिति है। रहवासी जीवन मंडलोई, राकेश गौड़ ने कहा कि शहर से जुड़ा इलाका है, लेकिन सिंचाई के लिए बिजली की समस्या है। स्थानीय स्तर पर रोजगार के साधन नहीं होना खलता है। शिक्षा के साधन उपलब्ध हैं, लेकिन नौकरी के लिए अधिकांश युवाओं को इंदौर, पीथमपुर की राह पकड़नी पड़ती है।
चुनाव के मुख्य मुद्दे भाजपा – जानापाव लोक व अन्य धार्मिक स्थलों का जल्द विकास करना। – केंटोनमेंट बोर्ड व सिविल इलाके को अलग-अलग करना ताकि लोगों को विकास अनुमति आसानी से मिले। – गांवों में आदर्श स्कूल खोलना, नर्मदा का पानी लाना।
कांग्रेस – स्थानीय व्यक्ति को मौका मिले, ताकि रहवासी सीधे संपर्क कर सकें। – सालों से विकास कार्य नहीं हुए। लोगों से किए वादे नहीं निभाए। – ग्रामीण इलाकों के लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे।
निर्दलीय – इलाके में सक्रिय, लोगों के जीवंत संपर्क रखकर मदद को तत्पर। – भाजपा ने बाहरी लोगों को मौका दिया, जीत के बाद लोगों को मिलते ही नहीं। – नर्मदा परियोजना तैयार की है, उसे पूरा कर लोगों की समस्या हल करना।