बतादें कि सोमवार को बाइक सवार चार अज्ञात बदमाशों ने दिनदहाड़े समाजवादी पार्टी नेता एवं जिला पंचायत सदस्य के हिस्ट्रीशीटर बेटे जितेंद्र यादव को गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस फायरिंग में एक शख्स भी घायल हुआ था जिसकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।
घटना को अंजाम देते हुए बदमाश असलहा लहराते हुए फरार हो गए थे। घटना के बाद पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचे परिजनों ने इसके लिए भाजपा विधायक को जिम्मेदार ठहराया था। उनका कहना था कि विधायक ने साजिश रचकर जितेंद्र यादव की हत्या कराई है। यहां तक कि मंगलवार को पोस्टमार्टम हाउस से शव मिलने के बाद परिजनों ने अपनी इसी मांग को लेकर फरेंदा-महराजगंज मार्ग पर स्थित त्रिमुहानी पुल के पास भी जाम लगा दिया था। इस दौरान पहुंचे अपर पुलिस अधीक्षक आशुतोष शुक्ल ने मुकदमा दर्ज करने का आश्वास देकर जाम समाप्त कराया था।
बुधवार को भी एफआईआर की कापी मिलते ही जितेन्द्र के परिजन आक्रोशित हो गये। उनका कहना था कि तहरीर में नाम देने के बाद भी पुलिस ने विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया है। परिजनों के साथ भारी संख्या में जुटे सपा नेताओं ने भी सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। इनका कहना था कि जब तक पुलिस विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं करती विरोध जारी रहेगा।