मामला महोबा के कबरई कस्बे स्थित HDFC बैंक की मेन ब्रांच का है। यहां राजेश कुमार शिंदे (38) रीजनल मैनेजर के पद पर कार्यरत थे। लैपटॉप पर काम करते-करते वह बेहोश हो गए। कुर्सी पर ही लुढ़क गए। बगल में बैठे कर्मचारी ने जैसे देखा, तुरंत बाकी लोगों को आवाज लगाकर बुलाया।
साथी कर्मचारी राजेश को लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना से बाकी बैंक कर्मी सदमे में हैं। उन्हें यकीन नहीं हो रहा है कि जो शख्स चंद मिनट पहले बातचीत कर रहा था, वो अचानक इस तरह से मर सकता है। राजेश कुमार शिंदे हमीरपुर के बिवार थाना क्षेत्र के कबीरनगर के रहने वाले थे।
वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे कुर्सी पर बैठे-बैठे 38 वर्षीय राजेश शिंदे की हालत बिगड़ने लगती है। फिर वो बेहोश हो जाते हैं। उनकी गर्दन पीछे की तरफ लटक जाती है। साथ में बैठे अन्य कर्मचारी राजेश की बिगड़ती हालत देख दौड़ कर उनके पास आते हैं। एक कर्मचारी सीपीआर देने का प्रयास करता है।
बैंक कर्मचारी राजेश को कुर्सी से उठाकर बैंक की गैलरी में लिटा देते हैं और लगातार उन्हें सीपीआर देते हैं। राजेश का शरीर धीरे-धीरे शांत होने लगता है, जिसके बाद कर्मचारी उन्हें उठाकर बाहर खड़ी कार में लिटाकर कबरई के अस्पताल ले जाते हैं। चेकअप के बाद डॉक्टर राजेश को मृत घोषित कर देते हैं।
डॉक्टर योगेन्द्र राजावत ने बताया कि राजेश कुमार नामक बैंक कर्मी को कबरई स्वास्थ्य केन्द्र से रेफर कर महोबा जिला अस्पताल लाया गया। जांच करने पर उसे मृत पाया गया। मृतक के शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया है। पोस्टमॉर्टम में मौत की वजह हार्ट अटैक आई है।