छह लाख आया था खर्च
आगरा एएसआई प्रमुख आर के पटेल के अनुसार, तस्वीरें जनवरी 2022 के न्यूजलेटर के रूप में एएसआई की वेबसाइट पर भी उपलब्ध हैं, कोई भी उनकी वेबसाइट पर जाकर इन तस्वीरों को देख सकता है। इनमें बताया गया है कि इन बंद कमरों में रेनोवेशन का काम किया गया था। इस काम में करीब 6 लाख रुपये का खर्च आया था। वहीं पर्यटन उद्योग के सूत्रों ने बताया कि इन कमरों में क्या है, इस बारे में गलत बातें न फैले, इसे रोकने के लिए ही इन तस्वीरों को सार्वजनिक किया गया है।
पर्यटन विभाग से जुड़े सूत्रों का दावा है कि देश में इन कमरों की सामग्री के बारे में गलत सूचना के प्रसार को रोकने के लिए इन तस्वीरों को सार्वजनिक डोमेन में जारी किया गया है। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने इन कमरों को खोलने के लिए डॉ रजनीश कुमार द्वारा दायर जनहित याचिका को खारिज कर दिया था। इन बंद कमरों में प्लास्टर और चूना पैनिंग सहित व्यापक बहाली कार्य दिखाया गया। एएसआई सूत्रों ने पुष्टि की कि इन कमरों में मरम्मत के काम पर रु. छह लाख।
इस बीच, दिन की भीषण गर्मी के बावजूद शनिवार को 20 हजार से अधिक पर्यटकों ने ताजमहल का दीदार किया। 13,814 पर्यटकों ने अपने टिकट ऑनलाइन खरीदे थे, जबकि 7154 पर्यटकों ने उन्हें ऑफलाइन खरीदा था
दीया कुमारी का दावा
वहीं दूसरी ओर इस याचिका का समर्थन करते हुए राजस्थान से बीजेपी सांसद दीया कुमारी ने कहा था की ताजमहल की जमीन उनके राजघराने से संबंध रखती है और तहखाने के कमरों में राजघराने के कुछ अंश आज भी मौजूद हैं।