प्रकोष्ठ में शामिल होने के दावेदारों को वाट्सएप पर सवाल भेजे जा रहे हैं। सही जवाब देने वालों को ही पदाधिकारी बनने की दौड़ में शामिल माना जाएगा। उम्मीदवारों को तीन चरणों में संविधान, भारतीय समाज, आरक्षण, राजनीतिक दल व लोकतंत्र से जुड़े 150 से ज्यादा सवाल भेजे जा चुके हैं। पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के अध्यक्ष लोटन राम निषाद कहते हैं कि समाजवादी पार्टी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ में अब सिफारिश व जुगाड़ के आधार पर प्रदेश पदाधिकारी व जिलाध्यक्ष नहीं बनेंगे। योग्यता के आधार पर ही उन्हें जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
अब तक पूछे गये सवाल
– संविधान सभा की प्रारूप समिति के अध्यक्ष कौन थे?
– अस्पृश्यता को संविधान के किस अनुच्छेद द्वारा संज्ञेय अपराध घोषित किया गया?
– आई ऐम सोशलिस्ट, यह कथन किसका है?
– कास्ट, कल्चर एंड सोशलिज्म किसके द्वारा लिखी पुस्तक है?
– किस मुकदमे में सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय दिया कि आरक्षण 50 फीसदी से अधिक नहीं होगा?
– सामाजिक व शैक्षिक पिछड़े वर्गों को सरकारी नौकरियों में किस अनुच्छेद के तहत आरक्षण दिया गया है?