वायरल वीडियो से हुआ खुलासा
वीडियो वायरल होने के बाद मड़ियांव पुलिस हरकत में आई। वीडियो में युवक राघवेंद्र सिंह उर्फ राघव के जन्मदिन के जश्न में सड़क पर अराजकता फैलाते नजर आए। गाड़ियों की छतों पर डांस और आतिशबाजी के कारण सड़क पर यातायात बाधित हुआ और लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। FIR दर्ज, दो गिरफ्तार
मड़ियाव थाने के सब-इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार ने वायरल वीडियो के आधार पर FIR दर्ज कराई। पुलिस ने शमशेर अंसारी और सुमित सैनी को गिरफ्तार कर लिया है। इनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 223, 126(2), और 280 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
50 अज्ञात लोगों पर केस दर्ज
पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी राघवेंद्र सिंह उर्फ राघव और 50 अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि ये सभी लोग रसूखदार परिवारों से ताल्लुक रखते हैं। पुलिस ने इनकी पहचान के लिए वीडियो और अन्य सबूतों की जांच शुरू कर दी है। आतिशबाजी और डांस ने किया यातायात बाधित
जन्मदिन के जश्न के दौरान दर्जनों लोग बीच सड़क पर हुड़दंग कर रहे थे। गाड़ियों की छतों पर चढ़कर डांस और आतिशबाजी की जा रही थी, जिससे यातायात बाधित हुआ और स्थानीय लोगों को काफी असुविधा हुई। पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए जांच तेज कर दी है।
पुलिस की कार्रवाई जारी
मड़ियाव पुलिस अब मुख्य आरोपी राघवेंद्र सिंह उर्फ राघव और अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस मामले में और गिरफ्तारियां की जाएंगी। सख्त संदेश देना चाहती है पुलिस
इस घटना ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने बताया कि ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में कोई इस तरह की हरकत करने की हिम्मत न करे।
महत्वपूर्ण तथ्य
- घटना की तिथि: 12/13 जनवरी 2025।
- स्थान: मड़ियाव थाना क्षेत्र, लखनऊ।
- गिरफ्तार आरोपी: शमशेर अंसारी और सुमित सैनी।
- मुख्य आरोपी: राघवेंद्र सिंह उर्फ राघव।
- धारा: BNS की धारा 223, 126(2), और 280।
- प्रमुख शिकायत: सड़क पर अराजकता, आतिशबाजी, और यातायात बाधित करना।
मड़ियांव केक कांड अपडेट
मड़ियांव थाना क्षेत्र में हुए विवादास्पद “केक कांड” में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। थाना प्रभारी शिवा नंद मिश्रा की पुलिस टीम ने मामले की जांच के बाद डेढ़ दर्जन से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया है। केक कांड के तहत विवाद तब सामने आया था जब कुछ असामाजिक तत्वों ने एक समुदाय विशेष के खिलाफ अपमानजनक कदम उठाया था। घटना के बाद इलाके में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी, लेकिन पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को पकड़ लिया।