Quick Read: दुल्हन के दरवाजे पर दो दूल्हे लेकर पहुंचे बारात, थाने ले जाकर लड़की को पुलिस ने दूसरे के साथ कर दिया विदा
दुल्हन के दरवाजे पर दो दूल्हे लेकर पहुंचे बारातकन्नौज. यूपी में कन्नौज के ककलापुर गांव में एक लड़की की शादी में दो बारात आ गई। बारातियों और जनातियों में इसे लेकर बहस हो गई। तिर्वा के ककलापुर गांव निवासी रामसेवक की पुत्री मोहनी (20) की शादी पास के ही सौरिख थाना क्षेत्र के फूलनपुर गांव निवासी पंकज पुत्र बबलू से तय हुई थी। गुरुवार को पंकज बारात लेकर उसके घर पहुंच गया। द्वारचार की रस्म के दौरान ही छिबरामऊ थाना क्षेत्र के हयातनगर निवासी राजाराम का पुत्र अजीत भी मोहनी से शादी करने के लिए बारात लेकर ककलापुर गांव पहुंच गया। बाद में इस बात का खुलासा हुआ कि अजीत और मोहिनी एक दूसरे को पसंद करते थे, लेकिन मोहिनी के परिजन दोनों की शादी के लिए तैयार नहीं थे। ऐसे में पिता के तय रिश्ते के मुताबिक जब बारात पहुंचने की जानकारी अजीत को हुई तो वो खुद वहां अपने परिजनों के साथ पहुंच गया। लेकिन लड़की के पिता ने जेवरात कम लाने का बहाना बनाकर अजीत से शादी कराने से मना कर बारात वापस ले जाने को कह दिया। इसपर दोनों पक्षों में बहस हो गई। इस सूचना पर पहुंची पुलिस ने विवाह को बीच में रूकवा दिया। तीनों पक्षों को थाने में लाकर बैठा दिया गया। शुक्रवार की दोपहर लड़की की स्वेच्छा पर अजीत के साथ उसको भेज दिया गया।
किशोरी से छेड़खानी के बाद दो गुटों में संघर्षलखनऊ. राजधानी लखनऊ के नाका इलाके के राजेंद्र नगर में मंदिर जा रही किशोरी से छेड़छाड़ के बाद विवाद हो गया। किशोरी ने अपने रिश्तेदारों को बुलाया। दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई और ईंट-पत्थर चले। पुलिस ने बीच-बचाव का प्रयास किया तो एक दरोगा भी चोटिल हो गया। केस दर्ज कर मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। प्रभारी निरीक्षक नाका मनोज मिश्रा के मुताबिक, राजेंद्र नगर निवासी किशोरी (15) शनिवार रात क्षेत्र स्थित मंदिर जा रही थी। आरोप है कि इस बीच पड़ोस में रहने वाले अजय सोनकर ने उसे रोका और छेड़छाड़ करने लगा। किशोरी के विरोध पर उसके छोटे भाई को जान से मारने की धमकी देते हुए पीटने लगा। इस पर किशोरी ने भागकर अपनी जान बचाई। किशोरी ने फोन कर ऐशबाग निवासी अपने रिश्तेदार को बुला लिया। रिश्तेदार कुछ युवकों के साथ अजय के घर पहुंच गए। दोनों पक्षों में गाली-गलौज होने लगी। देखते ही देखते दोनों में पथराव शुरू हो गया। पड़ोस के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर नाका थाने के दरोगा संजय गिरी पुलिस बल के साथ पहुंचे।
पेड़ से टक्कर के बाद उड़े कार के परखच्चे, तीन की मौतवाराणसी. वाराणसी के जंसा थाना अंतर्गत गोराई सुमेरापुर गांव के समीप रविवार रात अनियंत्रित कार पेड़ में टकराने से कार सवार तीन युवकों की मौत हो गई। जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने तीनों के शव को कब्जे में लेकर बीएचयू ट्रॉमा सेंटर के मोर्चरी में भिजवाया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार के परखच्चे उड़ गए। कार सवार भदोही की ओर से वाराणसी आ रहे थे। वाराणसी-भदोही मार्ग स्थित गोराई सुमेरापुर गांव के पास रात लगभग 11:15 बजे भदोही की तरफ से तेज रफ्तार से आ रही वेस्ट बंगाल नंबर की नीले रंग की कार अचानक पेड़ में टकरा गई। तेज आवाज सुनते ही आसपास के लोग घरों के बाहर निकल गए। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस घायलों को कार के अंदर से निकाल कर बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया। जबकि घायल एक युवक को पास के ही निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। पुलिस को कार के अंदर से शराब व बीयर की बोतलें मिलीं। पुलिस के अनुसार मिर्जापुर के नारायणपुर निवासी रोहित सिंह (24), जोगीपुर पल्हैया निवासी प्रिंस सिंह और गोलू सिंह (दोनों भदोही) की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
पिता की मौत के बाद बेटे ने तोड़ा दमगोरखपुर. उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में कैंपियरगंज क्षेत्र के नवापार गांव में शनिवार रात तीन घंटे के अंतराल में पहले पिता और फिर बेटे की मौत हो गई। बेटा क्षेत्र पंचायत सदस्य निर्वाचित हुआ था। गांव के कपिलदेव मिश्र (80) कुछ दिनों से बीमार थे। शनिवार रात 10 बजे उनकी मौत हो गई। उनका बेटा वार्ड नंबर 108 से बीडीसी सदस्य बृजेश पहले कोरोना पॉजिटिव था। कुछ दिन बाद उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई। पिता की मौत के तीन घंटे बाद उनकी भी तबीयत बिगड़ गई। ऑक्सीजन लेवल कम होने से दिक्कत बढ़ने लगी। अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई। गांव वालों के अनुसार, गांव में पंचायत चुनाव के बाद 20 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। जिसमें टिसुरी 60, हजरत अली 70, रसूलबानो 75, शमीना 60, शाहिद 48, यूसुफ 70, नंदू सहानी 62, बर्फी 55, यशोमती 60, मदीना 80, जगपाती 55, अनवारुल 50 आदि शामिल हैं। सभी लोग बुखार, खांसी, सर्दी, जुकाम आदि से पीड़ित थे, लेकिन किसी ने कोरोना जांच नहीं कराई थी। इतने लोगों की जान जाने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग बेखबर है।
यूपी में शुरू हुई ‘कोरोना माई’ की पूजावाराणसी. कोरोना वायरस भयंकर त्रासदी बन गया है। इस महामारी के खात्मे के लिए वाराणसी के जैन घाट किनारे सैकड़ों महिलाएं पूजा कर रही हैं। महिलाएं इस वायरस को ‘कोरोना माई’ का नाम देकर पूजा कर रही हैं। इस विश्वास के साथ की इस बीमारी से देवी मां जल्द निजात दिलाएंगी, जैन घाट पर कोरोना को देवी मानकर सुबह शाम महिलाएं पूजा पाठ में जुट जाती हैं। महिलाओं ने कोरोना को देवी मानकर उन्हें प्रसन्न करने के लिए 21 दिनों तक पूजा करने की ठानी है। यहां आने वाले लोगों को यकीन है कि पूजा का असर होगा और जल्द ही कोरोना से छुटकारा मिलेगा। वाराणसी की ही तरह यूपी के कुशीनगर जिले से भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां कोरोना को भगाने के लिए लोगों ने अंधविश्वास का सहारा लिया है। एक सोखा के कहने पर हाटा कोतवाली के डुमरी मलाव गांव की महिलाएं ‘कोरोना माई’ की पूजा में जुट गई है। महिलाएं मंदिर के पास घेरा बनाकर पूजा करती हैं। उनका मानना है कि इससे कोरोना का खात्मा होगा। महिलाएं घंटों घेरा बनाकर पूजा करती हैं और स्थानीय पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगती।