scriptQuick Read: शव लेकर जा रही एंबुलेंस पेड़ से टकराई, मौत | uttar pradesh top news | Patrika News
लखनऊ

Quick Read: शव लेकर जा रही एंबुलेंस पेड़ से टकराई, मौत

माधौगढ़-निर्मल अस्पताल झांसी से महिला का शव लेकर आ रही प्राइवेट एंबुलेंस जालौन जिले में कैलोर के पास पेड़ से टकरा गई।

लखनऊMay 07, 2021 / 04:56 pm

Karishma Lalwani

Quick Read: शव लेकर जा रही एंबुलेंस पेड़ से टकराई, मौत

Quick Read: शव लेकर जा रही एंबुलेंस पेड़ से टकराई, मौत

शव लेकर जा रही एंबुलेंस पेड़ से टकराई, एक की मौत

जालौन. माधौगढ़-निर्मल अस्पताल झांसी से महिला का शव लेकर आ रही प्राइवेट एंबुलेंस जालौन जिले में कैलोर के पास पेड़ से टकरा गई। घटना की जानकारी मिलते ही कोतवाल मौके पर पहुंचे और घायलों को सीएचसी में भर्ती कराया। डॉक्टर ने मृत महिला के ससुर को मृत घोषित कर दिया। दरअसल, इटावा के थाना विठोली क्षेत्र के गांव कंधावली निवासी पूनम (28) का निर्मल अस्पताल झांसी में एक सप्ताह से इलाज चल रहा था। गुरुवार रात इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पूनम का शव लेकर रधांवली निवासी ससुर रमेश राठौर (55), देवर सजेंश (28), रिश्तेदार पप्पू राठौर निवासी जालौन, एंबुलेंस चालक चिरगांव, झांसी निवासी नरेंद्र प्राइवेट एंबुलेंस से घर लौट रहे थे। एंबुलेंस कैलोर के पास पहुंची थी कि चालक को झपकी आ गई और एंबुलेंस खजूर के पेड़ से टकरा गई। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। कोतवाल बीएल यादव फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। कोतवाल ने सभी घायलों को सीएचसी में भर्ती कराया। जहां डॉक्टर ने रमेश राठौर (55) को मृत घोषित कर दिया। वहीं जयादा घायल सजेंश, पप्पू व चालक नरेंद्र को जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
28 जोड़ी ट्रेनें कैंसिल

लखनऊ. उत्तर रेलवे ने लंबी दूरी की 28 जोड़ी यात्री ट्रेनों को अगले आदेश तक के लिए रद्द कर दिया है। इसमें यूपी और उत्तराखंड जाने वाली ट्रेन भी शामिल हैं। कोरोना संक्रमण और रेलवे को यात्रियों की अपेक्षित संख्या न मिलने के कारण रेलवे ने इन ट्रेनों का संचालन नौ मई से रोक दिया है। इससे यात्रियों की टेंशन बढ़ गई है। इनमें 02039- काठगोदाम-दिल्ली शताब्दी, 02040- दिल्ली- काठगोदाम शताब्दी, 02055- दिल्ली-देहरादून जनशताब्दी, 02056- देहरादून- दिल्ली जनशताब्दी, 02401- कोटा- देहरादून स्पेशल, 02402- देहरादून-कोटा स्पेशल, 02433- एमजीआर चेन्नई सेंट्रल- निजामुद्दीन राजधानी सहित कई ट्रेनें शामिल हैं।
7 साल के मासूम की गला रेतकर हत्या

गोरखपुर. गोरखपुर के बांसगांव थाना क्षेत्र के विशुनपुरवा गांव में सात वर्षीय मासूम की गला रेतकर फेंकी गई। ब्रह्मानंद विश्वकर्मा का इकलौता पुत्र आलोक मंगलवार की शाम घर के बाहर खेल रहा था। पिता के अनुसार, मासूम आलोक अचानक गायब हो गया। घरवालों ने उसकी तलाश की, लेकिन कहीं पता न चला। इसके बाद बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई। शुक्रवार को घर से कुछ दूरी पर झाड़ियों में मासूम का शव मिला। मासूम की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या की गई है। मृतक के चाचा ने पुलिस को बताया कि उनके परिवार की किसी से दुश्मनी नहीं है। उनके चाचा के लड़के की शादी होनी है। घर में उसी को लेकर तैयारी थी। इसी बीच इतनी बड़ी घटना घट गई।
बच्चों के सामने पत्नी की हत्या

लखीमपुर खीरी. निघासन थाना क्षेत्र के गांव रायपुर में शराब पीने का विरोध करने पर एक युवक ने बच्चों के सामने पत्नी की बगौड़ी से गला काटकर हत्या कर दी। मृतका के पिता ने नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है। वारदात के बाद आरोपी घर से फरार हो गया। धौरहरा कोतवाली के गांव कैलाशनगर के गोड़ियाना निवासी राधेश्याम ने कहा कि उसने अपनी पुत्री गीता (36) का विवाह गांव रायपुर दुलही निवासी रमेश कुमार के साथ किया था। शादी के कई साल बाद उसको शराब की लत लग गई। गीता आए दिन शराब को लेकर टोकाटाकी करती थी। आरोप है कि देर रात रमेश शराब पीकर आया। इस पर गीता ने नाराजगी जतायी। नशे में होने के कारण रमेश उससे रात भर झगड़ा करता रहा। सुबह करीब चार बजे उसने पहले गीता को लाठी से पीटा और उसके बाद बगौड़ी से गर्दन पर ताबड़तोड़ हमलाकर उसकी हत्या कर दी। जब रमेश गीता को पीट रहा था उस समय चीख सुनकर नौ वर्षीय बेटा अजय जाग गया और वह चीखने लगा। उसकी आवाज सुनकर अंजलि, नंदनी, प्रियांशु भी जाग गए। गीता की हत्या करने के बाद रमेश भाग गया। प्रभारी निरीक्षक दिलेश कुमार सिंह ने कहा कि मृतका के पिता राधेश्याम की तहरीर पर रमेश के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। पुलिस ने आरोपी की तलाश में दबिश दी पर सफलता नहीं मिली।
यमुना नदी किनारे मिले सात शव

हमीरपुर. जिले में यमुना नदी के किनारे सात शव मिले हैं। इनमें कुछ शवों के ऊपर कपड़ा पड़ा था। एक शव रेत में अधजली अवस्था में था। कोतवाल मनोज कुमार शुक्ला, एसआइ गौरव चौबे, मनोज पांडेय, नीरज पाठक समेत बड़ी संख्या में फोर्स पहुंचा और जांच की। नाएएसपी ने कहा कि मौत के बाद लोग यमुना नदी में अंतिम संस्कार करते हैं। कई बार शव प्रवाहित भी कर देते हैं। ये शव उनमें से ही हो सकते हैं। यह शव कानपुर और हमीरपुर जिलों के गांव वालों ने जल प्रवाह किए हैं। शवों के कोरोना संक्रमित होने की आशंका जताई गई है। हमीरपुर एएसपी अनूप कुमार सिंह का कहना है कि हमीरपुर जिले में बहने वाली यमुना नदी का उत्तरी किनारा कानपुर में लगता है और दक्षिणी किनारा हमीरपुर में लगता है। दोनों जिलों की सीमा रेखा के रूप में यह नदी बहती है।
https://www.dailymotion.com/embed/video/x814vvv

Hindi News / Lucknow / Quick Read: शव लेकर जा रही एंबुलेंस पेड़ से टकराई, मौत

ट्रेंडिंग वीडियो