Quick Read: बिना परीक्षा पास होंगे यूजी और पीजी मध्य सेमेस्टर के छात्र, फाइनल सेमेस्टर वालों को इस महीने देनी होगी परीक्षा
स्टूडेंट्स के हित में इलाहाबाद विवि का बड़ा फैसलाप्रयागराज. कोरोना वायरस (Corona Virus) के बढ़ते मामले को देखते हुए इलाहाबाद विश्वविद्यालय (Allahabad University) ने छात्रों के हित में बड़ा फैसला लिया है। ग्रेजुएशन सेकेंड ईयर और पोस्ट ग्रेजुएशन मध्य सेमेस्टर के छात्र बिना परीक्षा के ही अगली कक्षा में प्रमोट किए जाएंगे। वहीं, व्यावसायिक कोर्स के सेकेंड ईयर के छात्रों को भी बिना परीक्षा के प्रमोट किया जाएगा। इसके अलावा ग्रेजुएशन थर्ड ईयर के छात्रों को भी इसी तरह पास करने की योजना है। उन्हें पिछली कक्षाओं में किए गए परफॉर्मेंस के आधार पर पास किया जाएगा। विश्वविद्यालय के अनुसार, ग्रेजुएशन फर्स्ट ईयर, पीजी या व्यावसायिक फाइनल सेमेस्टर के छात्रों के लिए परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। परीक्षा का आयोजन जुलाई और अगस्त के बीच में होगा। इसकी घोषणा से पहले कोरोना महामारी की स्थिति की समीक्षा की जाएगी। ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की परीक्षाओं पर ये फैसले कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव की अध्यक्षता में हुई परीक्षा समिति की बैठक में लिया गया है।
25 दिनों तक लखीमपुर खीरी में बंधक रही दो बहनें भागींलखीमपुर खीरी. धौरहरा कस्बे में गोरखपुर की दो सगी बहनें पिछले 25 दिन से बंधक थी। मंगलवार की सुबह वह किसी तरह बंधनमुक्त होकर भाग निकली और पास के गांव में जाकर छुप गई। ग्रामीणों को बहनों ने आपबीती बताई तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। दरअसल, गोरखपुर जिले के जैतपुर चौराहा निवासी सुदर्शन की बेटी रिंकी (16) और सरिता (12) करीब एक महीना पहले अपने मौसी के घर लखनऊ आई थी। लखनऊ में करीब पांच दिन रुकने के बाद वह अपने घर वापस गोरखपुर जा रही थी। रिंकी ने बताया कि लखनऊ से रास्ता भटक गई और लखीमपुर आ गई। लखीमपुर में उनको एक महिला मिली जो उनको धौरहरा ले आई। दोनों बहनों के पास जो पैसे थे वह भी इस महिला ने ले लिए और अपने घर ले जाकर दोनों को बंधक बना लिया। रिंकी के अनुसार वह करीब 25 दिन से उस महिला के घर बंधक थी। महिला का घर धौरहरा कस्बे में है। मंगलवार की सुबह वह खुद को बंधनमुक्त कराकर घर से भागने में कामयाब हुई। गांव वालों को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पहुंची पुलिस ने दोनों बहनों से पूछताछ की है।
चुनाव हारने के बाद पूर्व प्रधान के समर्थकों ने की एक की हत्यागोरखपुर. गोला क्षेत्र के तीरा गांव में चुनाव हारने पर पूर्व प्रधान के समर्थकों ने लाठी, डंडे और धारदार हथियार से लैस होकर वोट न देने पर एक मतदाता के घर पर हमला कर दिया। घर की महिलाएं और पुरुषों सहित आठ लोगों को बुरी तरह से पीटा।तीरा गांव प्रधानी के लिए सामान्य सीट थी। पूर्व प्रधान दुर्गावती की बहू निर्मला इस बार चुनाव मैदान में थी। वह चुनाव हार गई। आरोप है कि हार से गुस्साए पूर्व प्रधान के लोगों ने सुबह आठ बजे लाठी, डण्डे, धारदार हथियार से लैस होकर दयाशंकर के घर पर चढ़कर हमला कर दिए। लाठी डण्डे से लैस हमलावरों ने रमाशंकर, लीलावती पत्नी रमाशंकर, शशिकांत, प्रकाश, दीपक, विकास, महिमा आदि को बुरी तरह से पीटा। इसमें रमाशंकर, प्रकाश, विकास, शशिकांत का सिर फट गया। गोला पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभी घायलों को सीएचसी गोला पहुंचाया। रमाशंकर, विकास व शशिकांत की स्थिति खराब देख डॉक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जिला अस्पताल रेफर किए गए रमाशंकर की अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई।
28 ट्रेनों के फेरे बढ़ेगोरखपुर. दूसरे राज्यों से गोरखपुर आने वाले यात्रियों को रेलवे विभाग ने बड़ी राहत दी है। महाराष्ट्र, गुजराज आदि में फंसे उत्तर प्रदेश के निवासी जो इस कोरोना कर्फ्यू में वापस अपने गृह जनपद वापस आना चाहते हैं, उनके लिए गोरखपुर से ट्रेन चलाई जाएगी। ट्रेन के टिकट की बुकिंग शुरू हो चुकी है। इसके अलावा बोर्ड ने हैदराबाद में फंसे पूर्वांचल के प्रवासियों के लिए भी एक जोड़ी स्पेशल ट्रेन शुरू की गई है। पूर्वोत्तर रेलवे रूट पर चलने वाली 28 अतिरिक्त स्पेशल ट्रेनों का फेरा भी बढ़ा दिया है। यह सभी ट्रेनें पूर्व निर्धारित समय, ठहराव और मार्ग के आधार पर चलाई जाएंगी। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार इस ट्रेन में भी सिर्फ आरक्षित कोच ही लगाए जाएंगे। कंफर्म टिकट पर ही यात्रा की अनुमति होगी।
हत्या कर बोरे में फेंका शवकन्नौज. ईशन नदी पुल के पास झाडिय़ों में बोरे में बंद अज्ञात महिला का शव मिला। सुबह ठठिया थाना क्षेत्र के रज्जापुर्वा गांव के पास ईशन नदी पुल से गुजर रहे राहगीरों को दुर्गंध आई तो उन्होंने नीचे उतर कर देखा तो झाड़ियों में बोरे में शव होने की आशंका हुई। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने बोरे को खोलकर शव बाहर निकाला। पुलिस ने ग्रामीणों से जानकारी की लेकिन शिनाख्त नहीं हो सकी। खोजी श्वान घटनास्थल से ईशन नदी पुल तक गया, फिर वापस आ गया। थानाध्यक्ष राजकुमार ने कहा कि शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे। शव को मेडिकल कॉलेज तिर्वा की मॉर्च्युरी में रखा गया है। दो दिन बाद पोस्टमार्टम होगा। हालांकि चेहरे पर जो निशान हैं, वह आवारा जानवरों के हमले के लग रहे हैं। शव को कहीं बाहर से लाकर यहां फेंका गया है। मृतक महिला की उम्र करीब 30 वर्ष है और शव दो-तीन दिन पुराना है।
कोरोना महामारी खात्मे के बाद वसीम रिजवी ने की सीएए-एनआरसी लागू करने की मांगलखनऊ. शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने कोरोना महामारी के खत्म होते ही देश में सीएए और एनआरसी लगाने की मांग की है। रिजवी ने कहा कि बंगाल चुनाव के नतीजों में देखा गया है कि बांग्लादेशी घुसपैठियों ने हिंदुत्व के खिलाफ एकजुट होकर ममता बनर्जी को वोट दिया। यह हिंदुस्तान के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं। बंगाल का चुनाव इस बात का उदाहरण है कि देश में सीएए-एनआरसी लगाने का वक्त आ गया है। बंगाल में सबसे ज्यादा बांग्लादेश के मुसलमान घुसपैठ किए बैठे हैं। बंगाल के चुनाव में जहां भी मुस्लिम निर्णायक वोट था, वह सभी सीटें ममता बनर्जी के खाते में गई हैं। ये मुसलमान किसी के वोट बैंक नहीं हैं, किसी सियासी पार्टी के साथ नहीं हैं। इसी के साथ रिजवी ने छोटे मदरसों को बंद करने की भी मांग की है। रिजवी का कहना है कि जो मदरसा में पढ़ना चाहते हैं वो कक्षा 10 के बाद ही दाखिला लें। बाकी छोटे मदरसे बंद होने चाहिए।
ड्यूटी में तैनात सिपाही जुलूस में शामिल, निलंबितगोरखपुर. गोरखपुर में पंचायती चुनाव में गांव के प्रत्याशी के समर्थन में ड्यूटी छोड़ जुलूस निकालने पर एसएसपी ने सुधीर कुमार नामक सिपाही को निलंबित कर दिया है। पंचायत चुनाव के अंतिम चरण में सुधीर कुमार की ड्यूटी 29 अप्रैल को कुशीनगर पंचायत चुनाव में लगाई गई थी, लेकिन वह ड्यूटी पर न जाकर अपने गांव पैकोलिया चला गया और प्रधान प्रत्याशी के समर्थन में बिना अनुमति निकाले गए जुलूस में शामिल हुआ। इस मामले में थाना पैकोलिया जनपद बस्ती में सिपाही के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत हुआ। मामले को एसएससी दिनेश कुमार पी ने संज्ञान में लेते हुए सिपाही को लापरवाही और गैर जिम्मेदाराना आचरण अपनाने के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। एसएसपी दिनेश कुमार पी का कहना है कि ड्यूटी और अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाही किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।