डाक्टर पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा अमेठी. अमेठी में बीते 17 मई को जिले के जगदीशपुर कस्बे में स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान हुई बच्चे की मौत के मामले में पुलिस ने मृतक के पिता की तहरीर पर आरोपी डाक्टर के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया। जगदीशपुर थाना क्षेत्र के कपूरीपुर मोहम्मदपुर निवासी जयबहादुर सिंह के 7 वर्षीय पुत्र युवराज की तबियत 17 मई की रात खराब हो गई तो उन्होंने इलाज के लिए बेटे को राधेश्याम सत्यप्रकाश हास्पिटल में भर्ती कराया था। जहां डा. रामप्रकाश द्वारा बच्चे का इलाज किया गया। लेकिन इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई थी। डाक्टर पर लापरवाही से इलाज करने का आरोप लगाते हुए परिजनों ने जमकर हंगामा काटा था। जिसके बाद मृतक बच्चे के शव का पोस्टमार्टम पुलिस ने 18 मई को करवाया।
बहराइच. नेपाल से चरस लेकर जिले में तस्करी करने आए दो तस्करों को पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर दबोच लिया। तलाशी के दौरान दोनों तस्करों के पास से भारी मात्रा में चरस बरामद हुई। पुलिस ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में बरामद चरस की कीमत 50 लाख रुपये बताई गई। एसपी केशव चौधरी ने सभी थानाध्यक्षों को अपराध पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए हैं। एसपी के निर्देश पर खैरीघाट थानाध्यक्ष निखिल श्रीवास्तव ने मुखबिरों का जाल बिछाया। मुखबिर से थानाध्यक्ष को सूचना मिली कि कुछ लोग नेपाल से चरस लेकर जिले में बेचने आ रहे है। सूचना को गंभीरता से लेते हुए थानाध्यक्ष ने तत्काल एसआई राजीव कुमार मिश्र के नेतृत्व में टीम गठित कर मौके पर भेजा। मुखबिर की सूचना पर टीम शिवपुर बंधे के पास पहुंची तभी देखा कि दो लोग आ रहे हैं।
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खंडहर हो रहे स्मारकों को बचाने की नई नीति, उद्योगपतियों को गोद दिए जाएंगे ऐतिहासिक स्मारक उद्योगपतियों को गोद दिए जाएंगे ऐतिहासिक स्मारक झांसी. उत्तर प्रदेश सरकार खंडहर हो रहे स्मारकों को बचाने के लिए नए प्रयास कर रही है। इसके तहत वह ऐतिहासिक स्मारक जो संरक्षित नहीं हैं, उन्हें उद्योगपतियों को गोद दिया जाएगा। उनको इन स्मारकों का संरक्षण और विकास करना होगा। इसके लिए प्रशासनिक अधिकारी उद्योगपतियों को प्रोत्साहित करेंगे। इसमें झांसी मंडल के ऐतिहासिक स्मारक शामिल हैं। मंडल के झांसी, ललितपुर और जालौन में ऐसै 43 स्मारक शामिल हैं, जो एएसआई और राज्य पुरातत्व विभाग या किसी भी स्तर पर संरक्षित नहीं हैं। इन उपेक्षित ऐतिहासिक स्मारकों की संरक्षा के लिए झांसी कमिश्नर डॉ. अजय शंकर पांडेय ने एक नीति तैयार की गई। जिससे यहां के स्मारक सुरक्षित होंगे और साथ ही उनका विकास भी होगा। स्मारकों की संरक्षा के लिए नीति बनाने वाला झांसी मंडल प्रदेश का पहला मंडल बन गया है।