यूपी की सत्ता का सेमीफाइनल माने जा रहे जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा को निर्दलियों का काफी समर्थन मिला। रुहेलखंड और पूर्वांचल में भी भाजपा ने कब्जा जमाया है। आजमगढ़ जहां से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव सांसद हैं वहां सपा की एक तरफा जीत हुई है। समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के संसदीय क्षेत्र मैनपुरी में भाजपा ने जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जीता। लखनऊ में भी भाजपा की आरती आरती रावत ने जीत दर्ज की है। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में भाजपा प्रत्याशी रंजना चौधरी ने जीत दर्ज की है। इन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी को हराया है। रामपुर में आजम खान का किला भी ध्वस्त हो गया है। यहां भाजपा जीती है। हरदोई में नरेश अग्रवाल का जादू चला है। वे भाजपा प्रत्याशी को जिताने में कामयाब रहे हैं। जौनपुर में बाहुबली पूर्व सासंद धनंजय सिंह की पत्नी निर्दलीय चुनाव जीत गयी हैं। इसी तरह प्रतापगढ़ में रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजाभैया की भी प्रत्याशी जीत गयी हैं। अमेठी में केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी अपने चेहेते भाजपा के राजेश अग्रहरि को जिताने में कामयाब रही हैं।
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बच गया इटावा का गढ़प्रदेश के 75 जिलों में जिन 22 जिलों में निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए, उनमें 21 भाजपा के हैं। इटावा में सपा ने अपना गढ़ बचाने में सफलता प्राप्त की है।
संतकबीर नगर, बलिया, आजमगढ़, एटा और इटावा में सपा ने जीत दर्ज की है। प्रतापगढ़ में राजाभैया की पार्टी जनसत्ता दल ने पहली बार खाता खोला है। बागपत में रालोद का प्रत्याशी जीता है। जबकि, भाजपा की सहयोगी ने अपना दल (एस) ने सोनभद्र जिले में जिला पंचायत बनवाने में कामयाबी हासिल की है।
भाजपा-66
सपा-05
अपना दल 01
रालोद-01
जनसत्ता-01
निर्दलीय-01
कुल सीटें-75