महाराष्ट्र में इसी तरह के इंस्पायर्ड होकर पार्क बना हुआ है जिसमे में 21 अलग -अलग तरह की चीजे मौजूद है।जिससे विकलांग लोगों को बिना किसी के सहारे के कार्यक्रम स्थल पहुंचने की व्यवस्था है साथ ही सीखने और आनंद लेने की सुविधा है ।
‘दिव्यांग पार्क’ के लिए 11 करोड़ रुपए हुए मंजूर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी पंकज सिंह ने कहा कि परियोजना के लिए 11 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं, जो ढाई एकड़ भूमि में फैला होगा, जिसमें विकलांगों के लिए सभी प्रकार की सुविधाएं होंगी।
पार्क में मिलेगी ये सुविधा: ‘दिव्यांग पार्क’ पार्क में गैजेट्स, सिस्टम, सेंसर, साउंड और मैकेनिज्म होंगे जो विकलांगों को चलने, नृत्य करने, खेलने, बैठने और संगीत सुनने या वे जो भी गतिविधि करना चाहते हैं, करने में मदद करेंगे। पार्क शिक्षा, सूचना, मनोरंजन और खेल की सुविधाओं से भी लैस होगा। इसके अलावा, व्यक्तित्व विकास पर बच्चों को पढ़ाने और प्रशिक्षित करने के लिए विशेषज्ञ भी होंगे। इसमें एक हॉल ऑफ फेम भी होगा, जहां विकलांग लोगों की सफलता की कहानियों को प्रदर्शित किया जाएगा।
बोले राजधानी के दिव्यांग 1. 31 साल के कुलदीप पांडेय ने कहा कि दिव्यांग होने पर लोगो की एक सिम्पेथी मिलती है उसकी जरूरत नहीं है हमें सिर्फ एक अच्छा मौका और थोड़ी सी सुविधाएं चाहिए जिससे हम भी अपने परिवार की जिम्मेदारी को निभाने में सहयोग कर पाए।
2 . 48 साल के अब्बास ने कहा कि पार्क बनने से हमारे जैसे सभी दिव्यांग भाईयो और बहनों को बहुत लाभ की उम्मीद है।