विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, डॉ. दिनेश शर्मा और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को भी उतारा जाएगा। यह सभी अभी एमएलसी हैं। उन मंत्रियों को भी चुनाव लड़ाया जाएगा जो वर्तमान में विधान परिषद सदस्य हैं। एमएलसी की सीटों पर संगठन में जुटे कार्यकर्ताओं को भेजा जाएगा।
बीजेपी के इन विधायकों का टिकट कटना तय, 35 फीसदी युवाओं को टिकट देगी भाजपा
टिकट वितरण में ब्राह्मण, ओबीसी फिर दलितों को तरजीह देगी बसपा
बहुजन समाज पार्टी ने भी इस बार टिकट वितरण की नीति में बदलाव किया है। पहले ब्राह्मणों को तरजीह मिलेगी। फोकस ओबीसी और दलितों पर भी रहेगा। इस बार पार्टी 100 से ज्यादा ब्राह्मणों को टिकट देगी। इसके बाद ओबीसी और दलितों को टिकट दिया जाएगा। पार्टी सोशल इंजीनियरिंग के फार्मूले पर टिकट बांटेगी। पार्टी महासचिव सतीश मिश्रा का मानना है कि 13 फीसदी ब्राह्मण और 23 फीसदी दलित मिलकर यूपी में सरकार बनाने में सक्षम हैं।
समाजवादी पार्टी 15 अगस्त से मंगल पांडेय की धरती बलिया से ब्राह्मण सम्मेलन की शुरुआत करेगी। जातीय सम्मेलन पर रोक के कारण सपा ने प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन नाम दिया है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय, पूर्व मंत्री मनोज कुमार पांडेय, अभिषेक मिश्रा, पूर्व विधायक संतोष कुमार पाण्डेय और बलिया से पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी सनातन पांडेय को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। सपा की सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) पश्चिमी यूपी में 27 जुलाई से भाईचारा सम्मेलन शुरू करेगी।