ये भी पढ़ें- भाजपा सासंद के भाई पर गोलियां चलने के मामले में अखिलेश यादव का बड़ा बयान, बताई हमले की यह वजह यूपी बोर्ड की सचिव ने दिया यह बयान- यूपी माध्यमिक शिक्षा परिषद (Board of High School and Intermediate Education Uttar Pradesh) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, परीक्षा के पहले दिन 20,674 छात्र शामिल हुए थे, जिन्होंने अपने पेपर को लिखने की कोशिश नहीं की थी। इतनी संख्या में छात्रों के पेपर में शामिल न होने पर यूपी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव ने एक बयान में कहा कि इस मामले में अभी हम साफ तौर पर इस निष्कर्ष पर नहीं आ सकते कि छात्रों ने सख्ती या फिर नकल न होने की वजह से परीक्षा बीच में छोड़ी है। वहीं शुक्रवार को 10वीं और 12वीं का एग्रीकल्चर और म्यूजिक का एग्जाम था। इस दौरान जिला निरीक्षक मुकेश कुमार सिंह ने लखनऊ के आलमबाग इलाके में गांधी इंटर कॉलेज और अन्य परीक्षा केंद्रों का दौर कर निरीक्षण किया था।
ये भी पढ़ें- पीएम मोदी के अगमन से पहले सीएम योगी ने बैठक में जाहिर किया अपना डर, कहीं यह लोग खराब न कर दें पूरा कार्यक्रम पिछले वर्ष था यह आंकड़ा- आपको बता दें, पिछले वर्ष यूपी बोर्ड की परीक्षा में करीब 66 लाख से ज्यादा छात्र शामिल हुए थे। इनमें 10,44,619 छात्र, करीब 15 प्रतिशत छात्रों ने बीच में ही परीक्षा छोड़ दी थी। यूपी बोर्ड की परीक्षा में करीब 55 लाख छात्रों का ही रिजल्ट जारी किया गया था।
2 मार्च तक चलेंगी परीक्षाएं- आपको बता दें कि इस वर्ष 10वीं व 12वीं के लिए कुल 58,06,922 परीक्षार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है जिनमें 10वीं के 31,95,603 और 12वीं के 31,95,603 परीक्षार्थी शामिल हैं। यह परीक्षाए 16 दिनों तक चलेंगी जिसमें दसवीं 28 फरवरी व 12वीं बोर्ड की परीक्षा 2 मार्च तक खत्म हो जाएंगी।