गाजियाबाद
भाजपा ने
गाजियाबाद सीट से संजीव शर्मा को टिकट दिया है। साल 2007 में वह भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी के नेतृत्व में पार्टी में शामिल हुए। भाजपा में शामिल होने के बाद वह भारतीय जनता युवा मोर्चा के महानगर अध्यक्ष पद पर तीन वर्ष तक कार्यरत रहे। उनके कार्य को देखते हुए पार्टी ने उन्हें सूचना एवं रोजगार प्रकोष्ठ का प्रदेश संयोजक का दायित्व सौंपा।
साल 2013 में भारतीय जनता पार्टी का महानगर महामंत्री बनाया, इस दौरान प्रचार प्रसार विभाग के क्षेत्रीय संयोजक का कार्यभार भी संभाला। वर्ष 2019 में भारतीय जनता पार्टी के महानगर अध्यक्ष के रूप में उनको जिम्मेदारी सौंपी गई।संजीव शर्मा लगातार दूसरी बार भाजपा के महानगर अध्यक्ष हैं। उन्होंने 2022 के विधानसभा चुनाव, 2023 के मेयर चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव में संगठन के बूते भाजपा को जीत दिलाई है।
मझवां
भाजपा ने
मिर्जापुर की मझवां सीट से सुचिस्मिता मौर्या को उम्मीदवार बनाया है। सुचिस्मिता मौर्या समाजसेवी के साथ-साथ साल 2017 में मझवां की विधायक रहीं है। इसी सीट पर ससुर रामचन्द्र मौर्य 1996 में भाजपा के विधायक चुने गए थे। निषाद पार्टी से गठबंधन में सीट जाने के बावजूद वह भाजपा के कर्मठ कार्यकर्ता के रूप में सक्रिय रहीं।
कुंदरकी
भाजपा ने
मुरादाबाद की कुंदरकी सीट से ठाकुर रामवीर सिंह को प्रत्याशी बनाया गया है। वह तीन दशक से अधिक समय से भाजपा में सक्रिय हैं। कुंदरकी से 2012 और 2017 में भी चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि दोनों बार वे दूसरे नंबर पर रहे। 2017 में 10,821 वोट से हार गए थे।
खैर
भाजपा ने
अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट से सुरेंद्र दिलेर उर्फ दीपक दिलेर को टिकट दिया है। वह हाथरस के पूर्व सांसद राजवीर दिलेर के पुत्र हैं। यूपी उपचुनाव 2024 में वह पहली बार चुनाव लड़ेंगे। आपको बता दें कि सुरेंद्र दिलेर 2022 के चुनाव में टिकट के दावेदार थे।
फूलपुर
भाजपा ने
प्रयागराज की फूलपुर सीट से दीपक पटेल को उम्मीदवार घोषित किया है। दीपक पटेल ने 2007 में बारा सीट से बसपा से पहला चुनाव लड़ा और कुछ मतों से हार गए थे। 2012 में बसपा से वह करछना विधानसभा से लड़े तो चुनाव जीत गए। फिर साल 2017 में करछना विधानसभा सीट से बसपा से चुनाव लड़े थे, लेकिन हार गए। मां केशरी देवी पटेल फूलपुर से सांसद रही हैं।
कटेहरी
भाजपा ने
अंबेडकरनगर की कटेहरी सीट पर धर्मराज निषाद को प्रत्याशी बनाया है। वह 1996, 2002 और 2007 में बसपा के टिकट से कटेहरी से विधायक चुने गए। साल 2012 में मायावती ने मंत्री बनाया। 2012 में बसपा नें नपुर के शाहगंज विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाया तो वह हार गये। 2022 विधानसभा चुनाव से पहले बसपा छोड़कर भाजपा में आए और अकबरपुर से चुनाव हार गए।
करहल
अनुजेश यादव को भाजपा ने
मैनपुरी के करहल सीट से टिकट दिया है। अनुजेश सांसद धर्मेंद्र यादव के सगे बहनोई हैं। धर्मेंद्र यादव की बहन संध्या उर्फ बेबी यादव 2015 से 2020 तक मैनपुरी से जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं। वहीं अनुजेश भी फिरोजाबाद से इसी कार्यकाल में जिला पंचायत सदस्य रह चुके हैं। इतना ही नहीं, अनुजेश यादव मुलायम सिंह यादव की भतीजी संध्या यादव के पति हैं।