फास्टैग एक इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन तकनीक है, जो रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेन्टिफिकेशन (RFID) के तहत काम करती है। इसमें एक माइक्रोचिप लगी होती है जिसे टोल प्लाजा पर लगे सेंसर 70 मीटर पहले ही रीड कर लेते हैं। इससे फायदा यह होता है कि वाहन टोल प्लाजा के करीब जब आता है तो थोड़ी पहले की दूरी पर ही कार में लगे फास्टैग को फास्टैग लेन में रीड कर लिया जाएगा और टोल टैक्स वसूल लिया जाएगा। टोल चार्ज करने की जानकारी आपको एसएमएस के जरिए मोबाइल मिल जाएगी। इसके लिए वाहनों को रुकना नहीं पड़ेगा।
ये भी पढ़ें- सीएम योगी ने बैठक में दी सीधी चेतावनी, इन अधिकारी पर कार्रवाई के दे दिए आदेश ऐसे लें फास्टैग-फास्टैग स्टीकर/कार्ड पाने का तरीका सरल है। इसके लिए एनएचएआई ने एसबीआई, आईसीआईसीआई, एचडीएफसी, एक्सिस बैंक व ऑनलाइन पेमेंट एप पेटीएम को भी फास्टैग देने के लिए अदिकृत कर रखा है। उक्त बैंक में जाकर चालक फास्टैग स्टीकर खरीद सकता है। किसी भी सरकारी बैंक में भी ऑफलाइन या ऑनलाइन आवेदन कर आप स्टीकर मंगवा सकते हैं।
डॉक्यूमेंट्स की पड़ेगी जरूरत- FASTag आप विभिन्न बैंकों, नेशनल हाइवे फीस प्लाजा, रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस, कॉमन सर्विस सेंटर, ट्रांसपोर्ट हब, बैंको की ब्रांचों और पेट्रोल पंपों के 28,000 प्वाइंट ऑफ सेल लोकेशन यानी POS पर भी मिल जाएगा। इस लिंक पर क्लिक करके आप अपने पास की प्वाइंट ऑफ सेल लोकेशन देख सकते हैं। इसके लिए आपको KYC डॉक्यूमेंट, आरसी, पहचान पत्र, पासपोर्ट साइज फोटो की जरूरत होगी। इसके लिए आप सभी डॉक्यूमेंट्स की ओरिजनल और फोटोकॉपी दोनों लेकर जाएं।