मंडी में कीमतों पर नियंत्रण न होने से चार दिन में ही टमाटर की कीमतें आसमान छूने लगी हैं। मौजूदा समय में थोक मंडी में टमाटर 40 से 50 रुपये किलो तथा फुटकर मंडी में इसका दाम 80 से 100 रुपये किलो तक पहुंच गया है। कीमतों में इतनी अधिक बढ़ोतरी होने के कारण सामान्य लोग टमाटर की कीमत पूछकर ही संतोष कर रहे हैं।
15 दिन पहले तक टमाटर की कीमत फुटकर बाजार में भी 25 से 30 रुपये किलो तक हुआ करती थी। गर्मी में तो टमाटर की कीमतें इतनी अधिक गिर गयी थीं कि किसानों की लागत तक नहीं निकल पा रही थी। मई में टमाटर थोक मंडी में छह से सात रुपये किलो तक आ गया था। बीते दस दिनों से लोकल टमाटर की आपूर्ति पूरी तरह बंद हो गयी है।
लोकल आवक बंद होने के बाद इस समय टमाटर बंगलुरू और महाराष्ट्र से लखनऊ की मंडी में आ रहा है। महाराष्ट्र का हाइब्रिड टमाटर कुछ सस्ता लगभग 80 रुपये किलो तक पड़ रहा है लेकिन बंगलुरू का टमाटर देशी होने के कारण महंगा लगभग 100 रुपये किलो में पड़ रहा है।
दुबग्गा सब्जी व्यापारी समिति के महामंत्री शाहनवाज खान बताते हैं कि महंगाई का मुख्य कारण लोकल आवक का एकदम से बंद हो जाना ही है। बाहर से आने के कारण टमाटर में महंगाई है। उन्होंने बताया कि जैसे ही लोकल आवक फिर से शुरू होगी, कीमतें सामान्य हो सकती हैं। फिलहाल, महंगे टमाटर ने आम जनता की रसोई का बजट बिगाड़ दिया
यह भी पढ़ें
Action: 8 जुलाई से अनफिट स्कूली वाहनों के खिलाफ ‘Campaign’ चलाएगा परिवहन विभाग
Hindi News / Lucknow / Mandi Price: टमाटर की कीमतों में उछाल, चार दिनों में दाम हुए दोगुने