गरीब बच्चों को पाठशाला में मिलती है निशुल्क शिक्षा बदलाव संस्था के संस्थापक शरद पटेल ने पाठशाला के बच्चों और कार्यकर्ताओं से टाटा कन्सलटेंसी सर्विसेज की टीम का परिचय कराते हुए बताया कि लखनऊ के विभिन्न क्षेत्रों में झुग्गी झोपड़ी बनाकर रहने वाले परिवारों को पुनर्वासित किये जाने के लिए डूडा ने मकान दिए हैं लेकिन इन परिवारों को पुनर्वास की सुविधाओं से वंचित रखा गया है। बदलाव पाठशाला से दो किलोमीटर की दूरी पर प्राथमिक विद्यालय स्थित है और वहां तक पहुंचने के लिए एक हाइवे को क्रास करना पड़ता है।
2 अक्टूबर 2016 से चलाया जा रहा है सेंटर बदलाव पाठशाला में 186 बच्चे पढाई कर रहे है, जिसमें 50 प्रतिशत दलित और 50 प्रतिशत अल्पसंख्यक बच्चे है।शरद ने बताया कि यह सेंटर 2 अक्टूबर 2016 से चलाया जा रहा है। इस वर्ष इन सभी बच्चों का प्राथमिक विद्यालय में पंजीकरण कराया गया है और सेंटर की दो शिक्षिकाएं प्रतिदिन इन बच्चों को प्राथमिक विद्यालय लेकर जाती है। प्राथमिक विद्यालय में छुट्टी के बाद इन बच्चों को बदलाव पाठशाला में पढ़ाया जाता है।