लखनऊ आने पर बिना मक्खन-मलाई खाये नहीं रह पाती थीं सुषमा, चुनाव नतीजों से पहले ही ऐलान कर देती थीं विनिंग कैंडिडेट का नाम
एक घंटे में बन गये अनस का पासपोर्टअनस ने आवेदन में स्थानीय आवास के तौर पर ससुराल का पता डाला था। लेकिन, जांच में वह एक बीते एक साल से वहां रहते नहीं पाई गई, जिसके चलते उनका पासपोर्ट अटक गया। इस पर दंपती भड़क गये और वरिष्ठ अधीक्षक पर धर्म परिवर्तन का आरोप लगाया और तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ट्वीट कर अफसर की शिकायत की। शिकायत के एक घंटे बाद विकास मिश्रा का तबादला लखनऊ से गोरखपुर कर दिया और क्षेत्रीय कार्यालय ने एक घंटे में ही तन्वी का पासपोर्ट बनवाकर उन्हें सौंप दिया था।
सुषमा स्वराज के निधन की सूचना मिलते हो सभी लोगों में शोक की लहर है। सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि देने वालों की होड़ सी लगी है। हर कोई उन्हें प्रखर वक्ता और कुशल प्रशासक के तौर पर याद कर रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सहित पक्ष-विपक्ष के लोग सुषमा स्वराज को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं।