scriptSupreme Court के दरवाजे हिंदुओं की पीड़ा सुनने के लिए हमेशा खुले रहें: संत मौनी महाराज की अपील | Supreme Court Should Always Hear Hindus' Grievances: Sant Mauni Maharaj | Patrika News
लखनऊ

Supreme Court के दरवाजे हिंदुओं की पीड़ा सुनने के लिए हमेशा खुले रहें: संत मौनी महाराज की अपील

संत मौनी महाराज ने सुप्रीम कोर्ट से हिंदू धार्मिक स्थलों और पूजा पद्धतियों की रक्षा के लिए अपना दरवाजा हमेशा खुला रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यदि हिंदुओं की समस्याओं को अनदेखा किया गया, तो राष्ट्रद्रोही ताकतों का मनोबल बढ़ेगा। न्यायपालिका को हर नागरिक की पीड़ा सुननी चाहिए।

लखनऊDec 14, 2024 / 11:33 am

Ritesh Singh

हिंदू धार्मिक स्थलों और पूजा पद्धतियों की रक्षा के लिए न्यायालय का सहयोग आवश्यक

हिंदू धार्मिक स्थलों और पूजा पद्धतियों की रक्षा के लिए न्यायालय का सहयोग आवश्यक

Supreme Court: संत मौनी महाराज ने सोशल मीडिया के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट से हिंदू धार्मिक स्थलों और पूजा पद्धतियों की रक्षा के लिए न्यायालय का दरवाजा हमेशा खुला रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट हिंदुओं की समस्याओं के लिए अपने दरवाजे बंद कर देगा, तो यह राष्ट्रद्रोहियों का मनोबल बढ़ाएगा।
यह भी पढ़ें

Yogi Government का बड़ा फैसला: 30 जून और 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों के लिए खुशखबरी 

हिंदुओं की पीड़ा सुनने की आवश्यकता
संत मौनी महाराज ने कहा कि हिंदू समाज की समस्याएं और पीड़ा सुनने के लिए सुप्रीम कोर्ट को अपना दरवाजा हमेशा खुला रखना चाहिए।

धार्मिक स्थलों की सुरक्षा: पूजा पद्धतियों और धार्मिक स्थलों की रक्षा के लिए न्यायिक हस्तक्षेप आवश्यक है।
राष्ट्रद्रोहियों का बढ़ता प्रभाव: अगर न्यायालय हिंदुओं की आवाज नहीं सुनेगा, तो देश विरोधी ताकतें मजबूत होंगी।
संत समाज की भूमिका: संत समाज ने हमेशा सामाजिक और धार्मिक मुद्दों को सुलझाने में मदद की है।
यह भी पढ़ें

यूपी पुलिस सिपाही भर्ती: 26 दिसंबर से शारीरिक परीक्षा, हर जिले में व्यापक तैयारियां

न्यायालय का महत्व
संत मौनी महाराज ने कहा कि हिंदू देवी-देवताओं और उनके उपासकों की रक्षा के लिए न्यायालय का सहयोग अनिवार्य है। उन्होंने न्यायपालिका से आग्रह किया कि वह हर नागरिक के लिए न्याय सुनिश्चित करे।
धर्म और न्याय का संतुलन: न्यायपालिका को धर्मनिरपेक्षता का पालन करते हुए धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा करनी चाहिए।
पीड़ा व्यक्त करने का माध्यम: सुप्रीम कोर्ट हिंदू समाज को अपनी समस्याओं को व्यक्त करने का मंच प्रदान करे।
संत समाज का सुप्रीम कोर्ट से आग्रह
संत समाज ने सुप्रीम कोर्ट से अपील की है कि वह हिंदुओं की धार्मिक स्वतंत्रता और पूजा पद्धतियों को सुरक्षित रखने के लिए अपना सहयोग बनाए रखे।

यह भी पढ़ें

Mahakumbh 2025: यूपी के हर हिस्से से श्रद्धालुओं के लिए स्पेशल ट्रेनें, रेलवे के व्यापक इंतजाम

धार्मिक स्थलों की सुरक्षा: हिंदू देवी-देवताओं के धार्मिक स्थलों को संरक्षित करना सर्वोपरि है।
मनोबल का प्रश्न: सुप्रीम कोर्ट के निर्णयों का असर पूरे समाज के मनोबल पर पड़ता है।
न्याय तक पहुंच: हर व्यक्ति को न्याय तक पहुंचने का अधिकार होना चाहिए।
संत समाज की ओर से संदेश
संत मौनी महाराज ने कहा, “हम संत समाज की ओर से सुप्रीम कोर्ट से निवेदन करते हैं कि वह हिंदू देवी-देवताओं और धार्मिक स्थलों की रक्षा के लिए अपना दरवाजा हमेशा खुला रखे। यह सिर्फ हिंदू समाज के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए न्याय और समानता सुनिश्चित करने का प्रयास होगा।”
हिंदू धार्मिक स्थलों और पूजा पद्धतियों की रक्षा के लिए न्यायालय का सहयोग आवश्यक

Hindi News / Lucknow / Supreme Court के दरवाजे हिंदुओं की पीड़ा सुनने के लिए हमेशा खुले रहें: संत मौनी महाराज की अपील

ट्रेंडिंग वीडियो