गन्ना तुलवाने के मिलेंगे 4 मौके
भूसरेड्डी ने कहा कि अगर किसी किसान की कोई पर्ची निर्धारित समय में न तुलवाने के कारण ओवर डेट हो जाती है तो उसी क्रमांक की पर्ची लगभग सात दिन बाद ई.आर.पी. के माध्यम से खुद ब खुद रिवेलिडेट होकर दोबारा किसानों को मिल जायेगी। जिस पर H भी अंकित होगा। अगर दोबारा किसान रिवेलिडेट होकर प्राप्त हुई पर्ची पर निर्धारित अवधि तक गन्ना नहीं तुलवा पाता है तो उसी क्रमांक की पर्ची दोबारा रिवेलिडिट होकर पुनः किसान को मिल जाएगी, जिस पर किसान अपना गन्ना तुलवा सकता है। अगर दोबारा रिवेलिडेट पर्ची पर भी किसान अपना गन्ना नहीं तुलवा पाता है तो किसान की पर्ची निरस्त न हो, इसके लिए व्यवस्था की गयी है कि उस पर्ची को कृषक के मुख्य कैलेण्डर के आखिरी पक्ष में 1 से 15 कॉलम तक लगाया जायेगा। इस तरह किसान की हॉयल हुई पर्ची किसी भी दशा में बेकार नहीं जायेगी और उसे गन्ना तुलवाने के 4 मौके मिलेंगे।
गन्ना किसानों को बड़ी राहत
भूसरेड्डी ने बताया कि अभी तक किसी पर्ची के हॉयल होने पर उसे केवल एक बार रिवेलिडेट किया जाता था, लेकिन इस साल किसानों को ज्यादा से ज्यादा सुविधा देने और उनकी गन्ना आपूर्ति बढ़ाने के उद्देश्य से उन्हें चार मौके दिये जा रहे हैं। इससे किसानों को अपनी सारी पर्चियों पर गन्ना आपूर्ति के भरपूर अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि गन्ना क्रय केन्द्रों और चीनी मिल गेट पर गन्ना तुलवाने के लिए लाइन में लगे किसान की गन्ना पर्ची अगर मिल में खराबी या ट्रांसपोर्ट समेत और भी कई दिक्कतों के कारण हॉयल हो जाती है तो ऐसे किसानों को स्थानीय स्तर से 12 घंटे तक अतिरिक्त समय प्रदान करते हुए तौल का अलग से मौका दिया जायेगा।