सोलर चार्जिंग से कनेक्ट होने पर डिवाइस में लगभग 24 घंटे तक बैटरी चलती है। खेत में जानवर घुसते ही ये डिवाइस किसान के फोन पर अलार्म बजाती है। इस डिवाइस से किसान घर बैठे ही पंपसेट को कंट्रोल कर सकते हैं और पानी के फ्लो को कम कर सकते हैं। डिवाइस को इंस्टीट्यूट की ‘इनोवेशन सेल’ ने डेवलेप किया है। इस डिवाइस को बनाने में करीब एक महीना लगा है। इससे किसान फोन पर खेत की लाइव तस्वीरें भी देख सकते हैं।
बुद्धा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के छात्र हर्ष मिश्रा इस डिवाइस के बारे में बताते हैं कि किसानों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि जानवर आते हैं और फसलों को बर्बाद कर देते हैं। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए हमने एक प्रोजेक्ट बनाया। एक बार जब आप इस डिवाइस को अपने खेत में लगा लेते हैं तो ये हर वक्त खेत की ऑटोमेटिक रखवाली करेगा।
छात्र आकाश गुप्ता ने बताया कि किसान इस डिवाइस की मदद से अपने घर से ही सिंचाई की निगरानी कर सकते हैं। वे अपने मोबाइल फोन का इस्तेमाल करके पंप सेट को कंट्रोल कर सकते हैं। ये पानी की ओवरफ्लोइंग को रोकने में और पानी को बचाने में मदद करेगा। जब भी कोई आवारा जानवर खेत में घुसने की कोशिश करेगा, तो इससे आपके फोन पर नोटिफिकेशन अलर्ट आ जाएगा।
बुद्धा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के रिसर्च एसोसिएट अमरीश तिवारी ने बताया कि डिवाइस में दो एलसीडी पैनल और सेंसर हैं जो फर्टिलाइजरों की जरूरत की निगरानी में मदद करेंगे। हम कुछ और सेंसर जोड़ेगे, जो हमें मिट्टी की उर्वरता वैल्यू पर डेटा इकट्ठा करने में मदद करेंगे। इस प्रकार के उपकरण से निश्चित तौर पर किसानों को खेती में आसानी होगी। पैदावार को भी बढ़ाने में यह यंत्र कारगर साबित होगा।