सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव आठ बार एमएलए व 7 बार चुने गए सांसद, जानें और रोचक बातें
Who was Mulayam Singh Yadav समाजवादी पार्टी संस्थापक और भारतीय राजनीति के दिग्गज मुलायम सिंह राजनीति के माहिर खिलाड़ी थे। पहलवान और शिक्षक रहे मुलायम सिंह यादव ने जमीनी राजनीति से शीर्ष तक अपना बड़ा मुकाम बनाया। मुलायम सिंह यादव कौन थे, यह बताने की जरूरत नहीं है। पर उनसे जुड़ी बातें जानें।
सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव आठ बार एमएलए व 7 बार चुने गए सांसद, जानें और रोचक बातें
अखिरकार दुआएं काम नहीं आई। समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता पिछले नौ दिन से गुरुग्राम मेदांता भर्ती अपने नेता जी के स्वस्थ होने की ईश्वर से प्रार्थना कर रहे थे। पर ईश्वर की मर्जी कुछ और थी। समाजवादी पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने सोमवार को गुरुग्राम मेदांता में सुबह 8.16 पर अंतिम सांस ली। मुलायम सिंह यादव के निधन की सूचना बेटे व सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव दी। इस सूचना के बाद सपा कार्यकर्ता, नेता के साथ सभी पार्टियों के लोग स्तब्ध रह गए। समाजवादी पार्टी संस्थापक और भारतीय राजनीति के दिग्गज मुलायम सिंह राजनीति के माहिर खिलाड़ी थे। पहलवान और शिक्षक रहे मुलायम सिंह यादव ने जमीनी राजनीति से शीर्ष तक अपना बड़ा मुकाम बनाया। मुलायम सिंह यादव कौन थे, यह बताने की जरूरत नहीं है। पर उनसे जुड़ी बातें जानें।
मुलायम सिंह यादव की दो शादियां हुईं मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवंबर 1939 को सैफई में हुआ था। मुलायम सिंह यादव की पढ़ाई-लिखाई इटावा, फतेहाबाद और आगरा में हुई। मुलायम कुछ दिन तक मैनपुरी के करहल में जैन इंटर कॉलेज में प्राध्यापक भी रहे। पांच भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर मुलायम सिंह की दो शादियां हुईं। पहली पत्नी मालती देवी का निधन मई 2003 में हो गया था। मालती देवी और मुलायम सिंह यादव के बेटे अखिलेश यादव हैं।
मुलायम सिंह यादव के राजनीतिक कैरियर बेहद संघर्षपूर्ण रहा। मुलायम सिंह यादव 1967 से लेकर 1996 तक 8 बार उत्तर प्रदेश में विधानसभा के लिए चुने गए। एक बार 1982 से 87 तक विधान परिषद के सदस्य रहे। 1996 में लोकसभा के लिए पहली बार चुने गए। 7 बार लोकसभा में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। निधन के वक्त भी लोकसभा सदस्य थे। 1977 में वह पहली बार यूपी में मंत्री बने। तब उन्हें कॉ-ऑपरेटिव और पशुपालन विभाग दिया गया। 1980 में लोकदल का अध्यक्ष पद संभाला। 1985-87 में उत्तर प्रदेश में जनता दल के अध्यक्ष रहे।
पहली बार 1989 में यूपी के मुख्यमंत्री बने। 1993-95 में दूसरी बार मुख्यमंत्री बने। 2003 में तीसरी बार सीएम बने और चार साल तक गद्दी पर रहे। 1996 में जब देवगौडा सरकार बनी, तब मुलायम उसमें रक्षा मंत्री बने।
राममनोहर लोहिया थे मुलायम के गुरु राजनीति के दांवपेंच उन्होंने 60 के दशक में राममनोहर लोहिया और चरण सिंह से सीखे। राममनोहर लोहिया ने ही मुलायम को राजनीति की राह दिखाई। लोहिया की ही संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी ने उन्हें 1967 में टिकट दिया और वह पहली बार चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे। उनकी पहली पार्टी अगर संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी थी तो दूसरी पार्टी बनी चौधरी चरण सिंह के नेतृत्व वाली भारतीय क्रांति दल, जिसमें वह 1968 में शामिल हुए। चरण सिंह की पार्टी के साथ जब संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी का विलय हुआ तो भारतीय लोकदल बन गया। ये मुलायम के सियासी पारी की तीसरी पार्टी बनी।
पहलवानी के दीवाने थे मुलायम शुरूआती दिनों में पहलवानी का शौक रखने वाले मुलायम सिंह ने 55 साल तक राजनीति की। मुलायम सिंह 1967 में 28 साल की उम्र में जसवंतनगर से पहली बार विधायक बने। जबकि उनके परिवार का कोई राजनीतिक बैकग्राउंड नहीं था।
यूपी की राजनीति में मुलायम कुनबे की खासी दखल मुलायम सिंह का कुनबा प्रदेश की राजनीति में खासा दखल रखता है। वह अपने पांच भाइयों में दूसरे नंबर के थे। इनमें सबसे बड़े भाई रतन सिंह यादव की मृत्यु हो चुकी है, जबकि अभयराम सिंह यादव तीसरे नंबर के, राजपाल सिंह यादव चौथे नंबर व शिवपाल सिंह यादव पांचवें भाई हैं। रतन सिंह यादव के बेटे रणवीर सिंह यादव की मृत्यु हो चुकी है। उनकी पत्नी मृदुला यादव इस समय सैफई की ब्लाक प्रमुख हैं, जबकि बेटा तेज प्रताप सिंह यादव पूर्व सांसद है।
मुलायम के दो पुत्र अखिलेश – प्रतीक मुलायम सिंह के पुत्र अखिलेश यादव सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। उनके दूसरे पुत्र प्रतीक यादव लखनऊ में रहते हैं उनकी पत्नी अपर्णा यादव हैं। अभय राम सिंह यादव के पुत्र धर्मेंद्र यादव पूर्व सांसद हैं और प्रदेश की राजनीतिक में खासे सक्रिय हैं, जबकि अनुराग यादव धर्मेंद्र के बड़े भाई हैं और व्यापार देखते हैं। चौथे नंबर के राजपाल सिंह यादव के दो पुत्र अभिषेक यादव व आर्यन यादव हैं। अभिषेक जिला पंचायत इटावा के अध्यक्ष हैं, जबकि आर्यन पढ़ाई कर रहे हैं।
प्रसपा के अध्यक्ष हैं शिवपाल सिंह यादव शिवपाल सिंह यादव का मुलायम का हर वक्त साथ रहा पर अंत में शिवपाल ने अपनी नई पार्टी प्रसपा बना ली। जिसके वे इस वक्त अध्यक्ष हैं। इनके पुत्र आदित्य यादव प्रसपा के प्रदेश अध्यक्ष व जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष हैं। मुलायम सिंह की बहन कमला देवी हैं जो शहर के फ्रेंड्स कालोनी में रहती हैं। उनके पति डा. अजंट सिंह यादव रिटायर्ड प्रधानाचार्य हैं और बसरेहर के पूर्व ब्लाक प्रमुख रह चुके हैं। सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. राम गोपाल यादव, मुलायम सिंह के चचेरे भाई हैं। इनके पुत्र अक्षय यादव पूर्व सांसद हैं।
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