लखनऊ. गाजीपुर में समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव की पहली चुनावी रैली थी, लेकिन उनके मुख्यमंत्री बेटे अखिलेश यादव नदारद थे। इसकी टीस मुलायम के दिल और दल में भी देखने को मिली। मंच से मुलायम ने अखिलेश को नसीहत भी दी और डांटा भी। कहा, क्या दबंगई से पार्टी चला लोगे? इस तरह तो आपका समर्थन करने वालों का भी नुकसान हो जाएगा। उन्होंने कहा कि आज तक चापलूसों के दम पर कोई आगे नहीं बढ़ा है। अखिलेश की गैर मौजूदगी का चाचा शिवपाल ने फायदा उठाया। उन्होंने अपने बेटे आदित्य यादव को इस रैली में ताऊ मुलायम के साथ लॉन्च कर दिया।
रैली में आदित्य यादव न सिर्फ मंच पर दिखाई दिए, बल्कि पूरे जोश के साथ वे गदा भी लहराते नजर आए। उन्होंने बहुत ही सधे अंदाज में भाषण भी दिया। गाजीपुर की रैली में आदित्य यादव की मौजूदगी के बाद सियासी गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म है। शिवपाल यादव ने मौका देखकर युवा मुख्यमंत्री अखिलेश की काट के लिए अपने 28 साल के बेटे आदित्य को सार्वजनिक राजनीति में उतार दिया।
नहीं थम रही परिवार की जंग
राजनीति के जानकारों की मानें तो समाजवादी पार्टी में ऊपरी तौर पर सबकुछ सामान्य दिखाने की कोशिश तो जरूर हो रही है, पर यादव कुनबे की अंदरूनी कलह पूरी तरह से शांत नहीं है। उनका मानना है कि मुलायम की पहल के बाद भले ही 21 नवंबर को लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के मौके पर पूरा परिवार एक मंच पर दिखा हो, शिवपाल ने रामगोपाल के पैर छुए हों, लेकिन परिवार में लड़ाई थमी नहीं है, बल्कि अब इसके और ज्यादा तेज होने की संभावना है।
शिवपाल की टीस
वरिष्ठ पत्रकार हीरेश पांडेय के मुताबिक, शिवपाल के दिल में हमेशा टीस रही है कि उन्होंने पार्टी के लिए सब कुछ किया पर ‘सेहरा’ अखिलेश के सिर बंधा। इसका जिक्र मुलायम भी कर चुके हैं। अखिलेश को युवा होने के चलते प्रमोट किया गया। इसलिए अब शिवपाल अखिलेश के मुकाबले 15 साल छोटे आदित्य को सामने लाए हैं। शिवपाल अब अपने बेटे को अखिलेश के सामने ठीक वैसे ही मजबूती से खड़ा करना चाहते हैं, जैसे मुलायम ने अखिलेश के लिए किया था।
अब मात नहीं खाएंगे शिवपाल!
सपा प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव बखूबी जानते हैं कि यूपी में अगर युवाओं को अपने पक्ष में लाना है तो युवा चेहरे को ही आगे करना होगा। शिवपाल को पता है कि संगठन में काम करने की वजह से उनके पास कैडर तो है, लेकिन बात जहां युवा कार्यकर्ताओं की आती है तो वहां वे मात खा जाते हैं। इसीलिए अब वे युवा वर्ग के लिए आदित्य यादव को प्रमोट करके अखिलेश से दो-दो हाथ करना चाहते हैं। शिवपाल यादव अखिलेश से 18 साल बड़े हैं, वहीं आदित्य यादव अखिलेश से 15 साल छोटे हैं।
सहकारिता विभाग के चेयरमैन हैं आदित्य यादव
शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव जसवंत नगर लोकसभा सीट के एरिया इंचार्ज थे। मौजूदा समय में वह सहकारिता विभाग के चेयरमैन हैं। यादव परिवार में मची कलह के बीच आदित्य यादव मजबूती के साथ अपने पिता संग खड़े नजर आये। यादव परिवार की कलह में जब शिवपाल-अखिलेश समर्थक आमने-सामने थे। शिवपाल समर्थक उनके नाम की टी-शर्ट पहने थे। खबरों की मानें तो ये सारा प्लान आदित्य यादव ने ही बनाया था।
Hindi News / Lucknow / अखिलेश से ‘निपटने’ को शिवपाल ने खेला ‘आखिरी दांव’