स्कूलों का है आरोप की विभाग से नहीं मिली फीस
जब अभिभावक स्कूल पहुंच रहे तो प्रशासन विभाग से फीस न मिलने की बात कहकर प्रवेश लेने से इंकार कर रहे। शिकायतकर्ताओं ने बीएसए से लिखित शिकायत में कहा कि स्कूल ने यह कहते हुए प्रवेश लेने से इनकार कर दिया कि दो साल से सरकार से आरटीई में प्रवेश की फीस नहीं मिली है। ऐसे में विद्यालय किसी भी छात्र को प्रवेश देने में असमर्थ हैं। हालांकि स्कूल को बीएसए की ओर से भेजी गई लिस्ट लौटाने पर पहले ही नोटिस दिया जा चुका है।
रिजल्ट थमाकर लौटा दिया
शिक्षा विभाग में शिकायत लेकर पहुंची नूरबानो का रहना है कि उनकी बेटी का अलीगढ़ पब्लिक स्कूल में सत्र 2021-22 में प्रवेश हुआ था। वर्तमान सत्र में बच्चे का प्रवेश लेने से मना कर दिया गया है। फीस मांगी जा रही है। अप्रैल से शिकायत कर रहे हैं लेकिन प्रवेश नहीं दिया गया। इस स्कूल को भी नोटिस मिल चुका है। स्कूलों के चक्कर लगाते दो महीने हो गए। कहीं सुनवाई ही नहीं हो रही।
हर दिन पहुंच रहीं शिकायत, नहीं मान रहे स्कूल
अभिभावक जब पत्र लेकर स्कूल जा रहे हैं तो प्राइवेट स्कूल प्रवेश से साफ इनकार करने लगे हैं। वे कई तरह के बहाने बना रहे हैं। बीएसए कार्यालय में बनाई गई विशेष सेल में रोज 40-50 लिखित शिकायतें पहुंच रही हैं। अब तक कुल आठ हजार बच्चों के नाम पहली और दूसरी लिस्ट में आ चुके हैं। पर 30 फीसदी भी प्रवेश पूरे नहीं हो पाए हैं। 70 फीसदी में बड़ी संख्या में अभिभावक अनेक कारणों से घरों में बैठ गए हैं। विशेष सेल में रोज 100-150 अभिभावक शिकायत के लिए पहुंच रहे हैं। चार को नोटिस मिल चुका है फिर भी यहां प्रवेश नहीं लिए गए हैं।