वाराणसी जनपद के चौबेपुर थाना क्षेत्र अमौली गांव में एक मामला सामने आया। यहां एक हिंदू युवक ने अपनी मुस्लिम प्रेमिका से शादी करने के लिए दो वर्ष पूर्व धर्म बदल लिया था। युवक के अनुसार धर्मांतरण के लिए उसपर किसी ने कोई दबाव नहीं बनाया। अपनी मर्जी से उसने इस्लाम धर्म कबूला। दरअसल बुधवार को दो वर्ष पुराना धर्मांतरण का फार्म वायरल हुआ तो मामले की तस्दीक में जुटी पुलिस ने देर रात इसकी पुष्टि की।
शाहजहांपुर में भी धर्म परिवर्तन से जुड़ा एक अनोखा मामला सामने आया। यहां एक हिंदू लड़की ने नौकरी के लिए मुस्लिम धर्म अपना लिया। वह दिल्ली एयरपोर्ट पर काम करती है। उसका कहना है कि दुबई में जॉब के लिए उसने अपना धर्म परिवर्तन कराया। वहांमुस्लिम होने पर एडवांटेज मिलता है। भारत में सैलरी कमहै, वहीं दुबई के एयरपोर्ट में नौकरी करने पर अधिक सैलरी मिलती है। युवती की बीते महीने एक हिंदू लड़के से शादी भी की है।
गाजियाबाद में तैनात एक शादीशुदा हिंदू सिपाही ने धर्म परिवर्तन कर एक मुस्लिम महिला से शादी कर ली। सिपाही की पत्नी यह आरोप लगाते हुए कविनगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। उसका कहना है कि शादी के बाद से वहां से दहेज मांगता व उसका उत्पीड़न करता था। 40 हजार के नौकरी के बाद भी वह बच्चे या उसकी जिम्मेदारी नहीं उठाता। और एक दिन पता चला कि धर्म परिवर्तन कर उसने शादी भी कर ली।
धर्मांतरण के आरोपी उमर गौतम के फतेहपुर में गांव से भी एक मामला सामने आया है। यहां विजय नामक युवक फतेहपुर शहर के एक होटल में नौकरी करता था। वहां वह एक मुस्लिम महिला के संपर्क में आया। महिला से शादी के लिए उसने अपना धर्म परिवर्तन कर लिया। घर वालों को जानकारी हुई तो उन्होंने दोनों को अस्वीकार किया। मुस्लिम बना विजय अब अपनी पत्नी को लेकर शहर के कबाड़ी मार्केट के पास रह रहा है।
बागपत में एक प्रेमी जोड़े ने पहले मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार निकाह किया, फिर एक दूसरे को माला पहनाकर हिंदू रीति रिवाज के मुताबिक शादी की। अमित व सानिया एक भट्ठे पर काम करते थे। शादी के लिए अमित ने धर्म परिवर्तन कर अपना नाम आमिर कर लिया और सानिया से निकाह किया। बाद में सानिया ने भी धर्म परिवर्तन कर अपना नाम सोनिया रख लिया। इस पर आमिर ने भी दोबारा धर्म परिवर्तन कर अपना नाम अमित कर लिया। इसके बाद हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार अमित और सोनिया ने एक-दूसरे के गले में जयमाला डालकर सात फेरे लिए।