15 दिन पहले 60 रुपये फुट बिक रही मौरंग मंगलवार को 92 रुपये तक उछल गई। वहीं बालू के दाम भी 23 रुपये से बढ़कर 32-35 रुपये फुट तक पहुंच गए। मौरंग-बालू विक्रेता राजेन्द्र गुप्ता ने बताया कि सरकार की तरफ से मौरंग खदानों को तो खोल दिया गया है, लेकिन नदी में पानी ज्यादा होने के कारण खदान तक गाड़ियों का पहुंचना काफी मुश्किल व जोखिम भरा है। इसीलिए खदान से मौरंग कम ही मात्रा में निकल पा रही है। इसी का असर बाजार में भी दिख रहा है। गंगा और घाघरा की बालू भी इसीलिए अभी बाजार तक पर्याप्त मात्रा में नहीं पहुंच पा रही है।