24 फरवरी को सीएम योगी मथुरा में थे। तब इन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की मौजूदगी में कहा था कि ब्रजभूमि अद्भुत है। उसी दृष्टि से सरकार इसे देख रही है। आस्था की ताकत समझ रही है। इसलिए इस बार ब्रज की होली को अंतरराष्ट्रीय इवेंट के रूप में मनाया जाएगा। इस मौके पर उन्होंने होली को भव्य तरीके से मनाने की तैयारियों की समीक्षा भी की थी। अब वह अपने कैबिनेट के साथ 4 मार्च को बरसाना में लठमार होली खेलने आ रहे हैं। इसमें कई प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को भी न्योता भेजा गया है।
ब्रज की होली में समाज गायन की विशेष परंपरा है। समाज गायन में होली गीत और पद गायन की अनूठी परंपरा है जो देश-विदेश में विख्यात ब्रज की होली का ही एक अभिन्न हिस्सा है। पारंपरिक अंदाज में ठाकुरजी के समक्ष ब्रजवासी-सेवायत ब्रजभाषा में होली पदों का गायन कर रहे हैं।
बृहस्पतिवार को रमणरेती स्थित गुरुशरणानंद जी महाराज के आश्रम में पारंपरिक होली का आयोजन किया गया। यहां फूलों की होली के साथ-साथ टेसू के फूलों के रंग से होली खेली गई। इसी के साथ यहां गोपाल जयंती महोत्सव का समापन हुआ। वार्षिकोत्सव में राधा-कृष्ण की रासलीला के समय हुए होली के रसिया गायन से सभी भक्त होली के रंग में रंगे नजर आये।
27 फरवरी- महावन रमणरेती आश्रम में टेसू के फूल और गुलाल की होली
3 मार्च-बरसाना में लड्डू होली
4 मार्च-बरसाना में लठामार होली
5 मार्च-नंदगांव में लठामार होली
6 मार्च-श्रीकृष्ण जन्मस्थान में होली
7 मार्च-ग़ोकुल में छड़ीमार होली
11 मार्च-दाऊजी का हुरंगा
मथुरा में इस बार सीएम योगी आदित्यनाथ खेंलेगे होली
4 को बरसाने में होली खेली जाएगी लठामार होली