वायरल वीडियो और प्रशासन की प्रतिक्रिया
यह वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर तेजी से वायरल हुआ। राजू यादव नामक एक व्यक्ति ने इसे रेल मंत्रालय और डीआरएम सहित कई अधिकारियों को टैग किया। वीडियो में दिखाया गया कि सफाईकर्मी रात में प्लेटफॉर्म धोने के दौरान सो रहे यात्रियों को परेशान कर रहे थे। इस घटना के बाद उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के डीआरएम सचिन्द्र मोहन शर्मा ने इसे गंभीरता से लिया।
ठेकेदार पर जुर्माना, भविष्य के लिए चेतावनी
डीआरएम सचिन्द्र मोहन शर्मा ने इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि सफाई ठेकेदार को 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया है। उन्होंने ठेकेदार को सख्त हिदायत दी कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को दोहराया नहीं जाना चाहिए। डीआरएम ने यह भी कहा कि यदि ऐसी शिकायत फिर से मिलती है, तो ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सफाई व्यवस्था पर रेलवे का दृष्टिकोण
प्रेस वार्ता में डीआरएम ने बताया कि दिन के समय यात्रियों की भीड़ के कारण प्लेटफार्म की सफाई का काम नहीं हो पाता है। इसलिए रात में सफाई का काम किया जाता है। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट किया कि सफाईकर्मी यात्रियों पर जानबूझकर पानी नहीं डाल रहे थे, बल्कि उन्हें जगा कर सफाई कर रहे थे। डीआरएम ने यात्रियों से रेलवे की सफाई व्यवस्था में सहयोग करने की अपील की।
यात्रियों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद यात्रियों में नाराजगी देखी गई। कई यात्रियों ने रेलवे की सफाई व्यवस्था और ठेकेदारों के रवैये पर सवाल उठाए। उनका कहना था कि रेलवे को सफाई का काम इस तरह से करना चाहिए जिससे किसी को परेशान न होना पड़े।
रेलवे स्टेशन पर सफाई की चुनौतियां
चारबाग रेलवे स्टेशन जैसे व्यस्त स्थान पर सफाई व्यवस्था बनाए रखना एक बड़ी चुनौती है। दिन में यात्रियों की भारी भीड़ के कारण सफाई का काम रात में करना पड़ता है। हालांकि, इस घटना ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि सफाई के दौरान यात्रियों की सुविधा का ध्यान कैसे रखा जाए। प्रशासन की अपील और सुझाव
डीआरएम ने यात्रियों से अपील की है कि वे सफाई व्यवस्था में सहयोग करें और रात में सोने के लिए ऐसी जगह का चयन करें जो सफाई कार्य में बाधा न बने। उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे स्टेशन को साफ-सुथरा रखना सभी की जिम्मेदारी है।