मृतक के भाई का कहना है कि जब जेल में तो कड़ी सुरक्षा रहती है। जेल में कोई फांसी कैसे लगा सकता है? ये संभव ही नहीं है। उसकी हत्या की गई है। जेल प्रशासन का कहना है कि हत्या के मामले में जेल में बंद राहुल गिरी ने फांसी लगाने का प्रयास किया था। उसे बचाने की कोशिश की गई और बलरामपुर अस्पताल में लाया गया। जहां उसकी मौत हो गई।
राहुल की पत्नी ने सड़क पर लेटकर न्याय की लगाई गुहार शनिवार को राहुल गिरि के परिजनों ने बलरामपुर अस्पताल के सामने जेल प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। राहुल की पत्नी इस दौरान सड़क पर लेट गईं और रोते हुए न्याय की गुहार लगाई।
मृतक राहुल गिरी की पत्नी ने परिवार की हालत बताते हुए कहा, “मेरे तीन बच्चे हैं। हम सीतापुर से आकर लखनऊ में रह रहे हैं। लखनऊ में हमारा घर भी नहीं हैं। अब पति की मौत के बाद मैं कैसे गुजारा करूंगी, ये मुझे बताया जाए।”
लखनऊ पुलिस का कहना है कि राहुल गिरि की मौत के बाद बॉडी देने के लिए परिजनों को बुलाया गया था। फिलहाल परिजनों को समझाकर बॉडी दे दी गई है। पुलिस ने मामले में जांच के बाद आगे की कर्रवाई करने की बात कही है।