आंध्रप्रदेश के मामले में गरमाई उत्तर प्रदेश की सियासत, आमने-सामने हुए प्रदेश के नेता
Tirupati Prasadam: आंध्रप्रदेश के तिरुपति बालाजी के मंदिर के प्रसाद की जांच में मिले गोमांस और मछली के तेल के अंश मिलने से उत्तरप्रदेश की राजनितिक हलचल बढ़ गयी है। प्रदेश में उपचुनाव को भी ये मामला काफी प्रभावित करेगा। आइये आपको बताते हैं किस तरह से आंध्रप्रदेश के मामले का असर उत्तरप्रदेश पर पड़ने वाला है।
Different Politician and spritual leaders expressing their thoughts on Tirupati Prasadam issue.
Tirupati Prasadam: आंध्रप्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिले गोमांस और मछली के तेल का अंश मिलने से देश और प्रदेश में राजनितिक सरगर्मी बढ़ गयी है। प्रदेश में एक तरफ बीजेपी और उसके सहयोगी दल हैं तो दुसरी ओर कांग्रेस और सपा है। ऐसे में प्रदेश में मामले को उपचुनाव के एंगल से भी भुनाने की कोशिश की जा रही है। प्रदेश के नेताओं के बयान और उनके विचार ने मामले को दो भाग में बांट दिया है। एक धड़ा दूसरे धड़े पर आरोप लगा रहा है। आरोप-प्रत्यारोप के इस सिलसिले में मुख्य जिम्मेदार को खोजने की कोशिश भी की जा रही है।
Tirupati Prasadam मुद्दे पर प्रदेश के नेताओं ने क्या कहा?
आंध्रप्रदेश के तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिले फैट के मामले में उत्तर प्रदेश के नेताओं की बयानबाजी जारी है। अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी क्या क्या करेगी, किस तरह अफवाह फैलाएगी? इसमें तो इन्हे महारत हासिल है। ये भारतीय जनता पार्टी का अफवाह है। सारे रिपोर्ट भारतीय जनता पार्टी के दबाव से आ रहे हैं। इस तरह के रिपोर्ट देने का मतलब सम्प्रदायकता को बढ़ावा देना है।
उत्तरप्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि मैं भगवान रामलला और बाला जी भक्त हूँ। यदि ऐसी शिकायत मिली है तो जहां का मामला है वहां कि सरकार उचित कदम उठाएगी। हमलोग उत्तर प्रदेश में ध्यान रखेंगे। जो भी ऐसा किया है उसके खिलाफ कानून काम करेगा।
बीजेपी विधायक सिद्दार्थ नाथ सिंह ने कहा कि मौजूदा राजनीति में चाहे वो समाजवादी पार्टी हो या कांग्रेस हो इनका काम है हिन्दू को इंसल्ट करना। ये हिन्दुओं की भावनाओं को हमेशा आहत करते हैं। अब आप तिरुपति प्रसाद मामले को ही देख लें जगन मोहन रेड्डी की सरकार ने हमेशा से हिन्दुओं का इंसल्ट किया है। उन्हें हिन्दू और सनातन धर्म की बेइज्जती करना पसंद है। यही उनकी राजनितिक प्रक्रिया है।
Tirupati Prasadam मुद्दे पर धर्मगुरुओं ने क्या कहा ?
हिन्दू धर्म से जुड़े धर्माचार्यों ने भी अपने विचार इस मामले पर प्रकट किये हैं। अयोध्या मंदिर के महंत राजू दास जी ने कहा कि जो भी लोग इसमें गुनाहगार हैं, उन्हें फांसी की सजा होनी चाहिए। अभी तक तो सुना था कि कांग्रेस ने इतने घोटाले किए, अब तो कांग्रेस ने प्रसाद के भी घोटाले कर दिए। तिरुपति बालाजी के प्रसाद में चर्बी मिलाया जा रहा है, यह कितने दुर्भाग्य की बात है। मैं आभार व्यक्त करता हूं पीएम मोदी का, जिन्होंने इस पोल को खोला। आस्था के साथ यह एक खिलवाड़ है। आस्था के साथ यह घोटाला कांग्रेस ने किया है।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, “यह तो बहुत ही खतरनाक बात है। यह सनातन धर्म के खिलाफ षड्यंत्र है। कभी सनातन धर्म को मिटाने की साजिश होती है। कभी इसे खत्म करने की कोशिश होती है। इस बार हमारे धर्म को भ्रष्ट करने की साजिश है। यह सिर्फ भारत में नहीं है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर है। विदेशी ताकतें भारत को बर्बाद करना चाहती हैं। विदेशी ताकतें यह जानती है कि भारत को तब तक बर्बाद नहीं किया जा सकता, जब तक सनातन को मिटा न दिया जाए।”
तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) तिरुपति बालाजी मंदिर का ट्रस्ट है। TTD को कर्नाटक कोपरेटिव मिल्क फेडरेशन (KMF) पिछले पचास सालों से उचित रेट पर घी सप्लाई कर रहा था। साल 2023 के जुलाई महीने में KMF ने TTD को कम रेट पर सप्लाई देने से मना कर दिया। मंदिर में हर महीने 1400 टन घी का खपत है। मंदिर में घी की जरूरत को पूरा करने के लिए जगन मोहन रेड्डी की युवाजन श्रामिक रैतु कांग्रेस पार्टी (YSRCP) सरकार ने पांच फर्म को घी सप्लाई का काम दिया। इन्ही फर्म्स में से एक है ए. आर. डेयरी फूड्स प्राइवेट लिमिटेड। ये कंपनी तमिलनाडु के डिंडीगुल में है। कंपनी का ‘राज मिल्क’ दक्षिण भारत में सर्वाधिक बिकने वाला प्रोडक्ट है। इसी कंपनी के प्रोडक्ट में जुलाई महीने में गड़बड़ी पाई गई थी।
आंध्रप्रदेश में चुनाव के बाद चंद्रबाबू नायडू के TDP और पवन कल्याण के JSP की गठबंधन की सरकार बनी। गठबंधन की सरकार में आठ सीटों के साथ बीजेपी भी शामिल हुई। नवनिर्वाचित सरकार ने सीनियर आईएएस अफसर श्यामला राव को TTD का नया एग्जीक्यूटिव अफसर नियुक्त किया। श्यामला राव ने मंदिर में प्रसाद के रूप में बांटे जा रहे लड्डू के क्वालिटी की जांच के आदेश दिए। उन्होंने इस जांच के लिए कमिटी भी बनाई। कमिटी ने प्रसाद के टेस्ट और क्वालिटी को बेहतर करने के सुझाव दिए। इसके साथ-साथ कमिटी ने प्रसाद में प्रयोग किये जा रहे घी के जांच के लिए नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (NDDB) को सैंपल भेजा।
बोर्ड का रिपोर्ट चौकाने वाला
नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (NDDB) के रिपोर्ट में पाया गया कि तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में फैट है। भेजे गए सैंपल ए. आर. डेयरी फूड्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रोडक्ट्स के थे। TTD ने तुरंत ए. आर. डेयरी फूड्स प्राइवेट लिमिटेड के भेजे गए सारे घी वापस कर दिए और कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर दिया। इसके बाद फिर TTD ने KMF से नए रेट पर घी खरीदना शुरू कर दिया। ए. आर. डेयरी फूड्स प्राइवेट लिमिटेड से TTD 320 रुपए प्रति किलो घी खरीदता था अब TTD KMF से 475 रुपये प्रति किलो घी खरीद रहा है।