अनर्गल आरोप न लगाएं सपा से दोस्ती टूटने के बाद सुभासपा सुप्रीमो ओम प्रकाश राजभर ने कहाकि, सपा अध्यक्ष को ऐसे अनर्गल आरोप लगाने के बजाय चुनाव के वक्त टिकट बंटवारे से लेकर प्रचार अभियान तक अपनी कमियों को उजागर करनी चाहिए। अखिलेश यादव को पता है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा की क्या स्थिति होने वाली है। यही वजह है कि वह अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को अभी से आगाह कर रहे हैं। बता रहे हैं कि पार्टी की हार का कारण चुनाव आयोग है ताकि 2024 में मिलने वाली हार का ठीकरा वह चुनाव आयोग पर फोड़ सकें।
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– हमीरपुर मामले में ओमप्रकाश राजभर का अजीबोगरीब बयान कहा, हर घर पहरा दे इतनी पुलिस नहीं अखिलेश ने जातीय जनगणना क्यों नहीं कराई सपा से गठबंधन टूटने के लिए भी सुभासपा सुप्रीमो ओम प्रकाश राजभर ने अखिलेश को जिम्मेदार ठहराया। सपा अध्यक्ष गठबंधन टूटने का ठीकरा सुभासपा पर फोड़ रहे हैं तो उन्हें यह भी बताना चाहिए कि बसपा और कांग्रेस से सपा का गठबंधन कैसे टूटा। अखिलेश यादव 79 ओबीसी जातियों की सरकारी नौकरियों में स्थिति के आंकलन की प्रदेश सरकार के फैसले में अड़ंगेबाजी कर रहे हैं। वह कह रहे हैं कि पहले जातीय जनगणना कराई जाए। सरकार में रहते हुए अखिलेश ने जातीय जनगणना क्यों नहीं कराई।
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– लखनऊ विकास प्राधिकरण का बदलेगा नाम, जानें नया नाम आजम खां से नहीं मिले अखिलेश जेल में बंद विधायक रमाकांत यादव से मिलने जाने पर भी सवाल उठाते हुए सुभासपा सुप्रीमो ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि, सपा के बड़े मुस्लिम चेहरा आजम खां जेल में बंद थे तब तो अखिलेश उनसे मिलने नहीं गए। इससे स्पष्ट है कि मुस्लिमों का उन्हें सिर्फ वोट चाहिए।