भ्रष्ट और घूसखोर कर्मियों की गिनती शुरू
पावर कॉर्पोरेशन में भ्रष्टाचार और घूसखोरी के आरोपों से घिरे इंजीनियरों और कर्मचारियों की गिनती शुरू हो गई है। शासन के निर्देश पर इनकी वर्तमान तैनाती और पद समेत पूरा ब्यौरा तैयार किया जा रहा है। इस कार्रवाई से सांठगांठ से भ्रष्टाचार के मामलों को दबवाकर मलाईदार कुर्सियों पर बैठे कर्मचारियों और इंजीनियरों में खलबली मच गई है। कार्पोरेशन की कार्मिक इकाई एवं मुख्य अभियंता (जल विद्युत) ने पूर्वांचल, मध्यांचल, पश्चिमांचल, दक्षिणांचल, केस्को विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशकों को गोपनीय पत्र भेजा है।
लखनऊ. स्वच्छ सर्वेक्षण समेत अन्य केंद्रीय योजनाओं में पिछडऩे के बाद अब शहरी बेघरों के लिए आश्रय गृहों (शेल्टर होम) के निर्माण में भी उत्तर प्रदेश का परफार्मेंस बेहद खराब पाया गया है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित जांच समिति की रिपोर्ट में पाया गया है कि वर्ष 2011 की जनगणना के मुताबिक लाभार्थियों के मद्देनजर प्रदेश में जितने शेल्टर होम बनाने थे, उतने नहीं बनाए गए। इस पर रिपोर्ट में यूपी को पुअर परफार्मर स्टेट करार दिया गया है। वहीं कानपुर को एक्सट्रिमली पुअर सिटी बताया गया है।