8 दिसंबर को पेशी सीओ हजरतगंज पर वारंट की तामील न कराने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। साथ ही अदालत ने उन्हें 8 दिसंबर को पेशी के लिए बुलाया है। ऐसा न करने पर उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
क्या है पूरा मामला ये केस तब का है जब रीता बहुगुणा जोशी कांग्रेस में थीं। 17 अगस्त, 2015 को कांग्रेस के लक्ष्मण मेला स्थल पर धरना प्रदर्शन हुआ था। इस दौरान करीब पांच हजार नेता व कार्यकर्ता धरना स्थल से विधानसभा का घेराव करने पहुंचे थे। उन्होंने योगी सरकार के खिलाफ हुंकार भरी थी। इस दौरान रास्ते में कई जगह पथराव हुआ था। इलाके में भगदड़ मच गई थी और पुलिस पर भी पथराव हुआ था। राहगीरों को भी गंभीर चोटें आई थी। इस पर उसी साल 25 दिसंबर को पुलिस ने विवेचना के बाद 18 अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आरोप पत्र दाखिल किया था।
ये अधिकारी हुए थे जख्मी इस हमले में उप जिलाधिकारी (पूर्वी) निधि श्रीवास्तव, अपर पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) राजीव मल्होत्रा और आलमबाग तथा हुसैनगंज के थानाध्यक्षों समेत कई अधिकारी जख्मी हुए थे।
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