काठमांडू में खराब मौसम के कारण विमान डायवर्ट
श्रीलंकन एयरलाइंस की फ्लाइट (यूएल-181) ने श्रीलंका की राजधानी कोलंबो से सुबह 08:19 बजे उड़ान भरी थी और इसे दोपहर में नेपाल के काठमांडू में लैंड करना था। लेकिन जब विमान काठमांडू के आसमान में पहुंचा, तो वहां का मौसम अचानक खराब हो गया, जिसके चलते विमान की लैंडिंग संभव नहीं हो पाई। कई बार हवाई क्षेत्र में चक्कर काटने के बाद, काठमांडू एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने सुरक्षा कारणों से विमान को लैंडिंग की अनुमति नहीं दी और उसे लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर भेज दिया। लखनऊ में सुरक्षित लैंडिंग
करीब 01:02 बजे, विमान को लखनऊ एयरपोर्ट पर सुरक्षित रूप से उतारा गया। हालांकि, यात्रियों को विमान से बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी गई और सभी यात्रियों को विमान में ही इंतजार करना पड़ा। एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार, काठमांडू में मौसम सुधार होने की जानकारी मिलने तक विमान को एयरपोर्ट के एप्रन पर ही खड़ा रखा गया।
ढाई घंटे बाद विमान ने फिर भरी उड़ान
विमान को लखनऊ में लगभग ढाई घंटे तक रुकना पड़ा। इस दौरान यात्रियों को विमान में ही रखा गया, ताकि किसी भी तरह की असुविधा या देरी से बचा जा सके। करीब ढाई घंटे बाद, जब काठमांडू में मौसम सुधरा और एयर ट्रैफिक कंट्रोल से हरी झंडी मिली, तब विमान ने फिर से उड़ान भरी और काठमांडू के लिए रवाना हो गया।
यात्रियों की सुरक्षा बनी प्राथमिकता
इस पूरे घटनाक्रम में सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही कि यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सही समय पर निर्णय लिया गया। खराब मौसम की वजह से विमान को काठमांडू में लैंडिंग न कराने का निर्णय और उसे लखनऊ एयरपोर्ट पर डायवर्ट करना यात्रियों की सुरक्षा के लिए एक जिम्मेदार कदम था। यह घटना यह दर्शाती है कि कैसे मौसम की अनिश्चितता हवाई यात्रा को प्रभावित कर सकती है और किस तरह एयरलाइंस और एयर ट्रैफिक कंट्रोल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए त्वरित निर्णय लेते हैं।
विमानन उद्योग में मौसम एक प्रमुख चुनौती है, और इस घटना ने यह साबित कर दिया कि यात्री सुरक्षा के लिए त्वरित और सटीक निर्णय कितने आवश्यक होते हैं। श्रीलंकन एयरलाइंस के विमान को सुरक्षित रूप से लखनऊ में उतारकर यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की गई और मौसम सुधरने पर काठमांडू के लिए भेजा गया।