ये भी पढ़ें- ‘तांडव’ मामलाः अमेजॉन प्राइम की इंडिया हेड पहुंचीं हजरतगंज थाने, बयान कराया दर्ज बाढ़ से बचने के लिए बनाया जा रहा प्लान- वहीं अब बाढ़ से बचने का भी प्लान बनाया जाना शुरू हो गया है। फिलहाल इंजीनियरों ने जो सर्वे करना शुरू किया उससे यह निष्कर्ष निकला है कि बाढ़ आदि से मंदिर सुरक्षित रहेगा। बाढ़ का जो मानक तय हुआ है, उसकी अधिकतम ऊंचाई 94 मीटर है और राम मंदिर परिसर सरयू घाट से 105 मीटर ऊपर होगा। वहीं भूकंप से भी मंदिर को सुरक्षित रखने का प्लान बनाया जा रहा है। इसके लिए नींव में पत्थरों की लेयर बिछाई जाएगी। इसके लिए राममंदिर की नींव में पत्थरों की लेयर बिछाई जाएगी। मंदिर को जितना लंबा व चौड़ा बनना है, उतने हिस्से पर ठोस प्लेटफार्म रहेगा। हर दो-दो फीट पर रोल चलाया जाएगा। मंदिर नींव में किस तरह के केमिकल व पदार्थों का इस्तेमान करना है, इसको लेकर एलएंडटी (L and T) व टाटा (TATA) के इंजीनियर अध्ययन कर रहे हैं।