घर के पास नहीं है नाग देवता का मंदिर तो…
पुजारी रामदास ने बताया कि हिंदू धर्म में प्रचीन काल से नागों के पूजन का विधान है। आज के दिन जीवित नाग की पूजा करने से बचें। बल्कि नाग के चित्र, आकृति या आटा, मिट्टी से बनें नाग की पूजा की करें। उन्होंने बताया कि अगर घर के पास कोई नाग देवता का मंदिर नहीं है तो आप शिवलिंग के ऊपर बने नाग की भी पूजा कर सकते हैं।
इन दोषों से मिलती है मुक्ति
उन्होंने बताया कि आज के दिन अगर विधि विधान से काल कालसर्प दोष (Kal Sharp Dosh Pooja) निवारण पूजा की जाए, तो व्यक्ति को सर्प दोष, पितृ दोष और काल सर्पदोष से मुक्ति जाती है। मान्यताओं के मुताबिक आज के दिन नाग देवता की पूजा करने से न केवल सर्पों के भय से मुक्ति मिलती बल्कि फसल अच्छी होती है और घर में धन-धान्य की कमी नहीं रहती। आज के दिन अनंत नाग, शेष नाग, तक्षक नाग के साथ नागों की माता मंसा देवी और उनके पुत्र आस्तिक मुनी का भी ध्यान किया जाता है।
आज के दिन ये कतई न करें
पुजारी रामदास ने बताया कि कुछ काम ऐसे भी जो नाग पंचमी के दिन भूल कर भी नहीं करना चाहिए। जैसे आज नागों को किसी भी तरह से परेशान न करें। उनके संरक्षण का संकल्प लें। आज के दिन भूमि की खुदाई न करें। नाग पंचमी के दिन साग न काटें। आज खेत की जुताई न करें या हल न चलाएं। लोहे की कड़ाही और तावे में भोजन न बनाएं। नाग पंचमी पर नागों को दूध से नहलाएं। नागों को दूध पिलाएं नहीं। क्योंकि वैज्ञानिक शोधों के मुताबिक नाग और सांपों में दूध पचाने की ग्रंथि नहीं होती, इसलिए दूध नागों के लिए नुकसानदायक होता है।
नाग पंचमी पूजा का शुभ मुहूर्त
पंचमी तिथि शुरू- 12 अगस्त, 2021, समय शाम 03:24 बजे
पंचमी तिथि खत्म- 13 अगस्त, 2021, समय दोपहर 1:42 बजे
नाग पंचमी पूजा शुभ मूहूर्त- 13 अगस्त, 2021, सुबह 05:49 से सुबह 8:28
पूजा के शुभ मुहुर्त के लिये समय- 02 घण्टे 39 मिनट